किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या है?
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किडनी हमारे शरीर का सबसे जरूरी हिस्सा मानी जाती है। किडनी का काम ब्लड को फिल्टर करना होता है, लेकिन कई बार बहुत कम ही उम्र में किडनी में खराबी आने लगती है। जिसकी वजह से वो सही से काम नहीं कर पाती है। लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि किडनी खराब होने से पहले ही उसके लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं। आइए, जानते हैं कि किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या है?, ताकि इस पर वक्त रहते काबू पाया जा सके।
किडनी खराब होने का शुरुआती लक्षण क्या है?
1) सूजन आना - किडनी खराब होने पर शरीर में नमक और पानी ज्यादा जमा होने लगता है, जिससे शरीर में सूजन आने लगती है। इसमें आपको पैरों, टखनों और चेहरे पर सूजन आती हुई दिखने लगेगी
2) यूरिन में ब्लड आना - किडनी खराब होने पर यूरिन में ब्लड आने लगता है। इस कंडीशन को हेमाट्यूरिया कहा जाता है।
3) हाई ब्लड प्रेशर - वहीं जिन लोगों की किडनी खराब होने लगती है, उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहने लगती है, क्योंकि किडनी ही ब्लड प्रेशर को काबू में रखती है और अगर किडनी ही खराब होने लगेगी, तो ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगेगा और किडनी डैमेज होनी शुरू हो जाएगी।
4) उल्टी - किडनी के खराब होने से ब्लड में हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसकी वजह से मतली और उल्टी का सामना करना पड़ सकता है। यह अक्सर सुबह के समय ज्यादा होता है।
5) ड्राई स्किन - किडनी ही ब्लड से हानिकारक पदार्थों को हटाने का काम करती है और जब वो खराब होने लगेगी, तो वे पदार्थ शरीर में जमा होने लगेंगे, जिसकी वजह से स्किन पर खुजली और ड्राइनेस की शिकायत रहने लगेगी।
6) प्रोटीन्यूरिया - हेल्दी किडनी शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को फिल्टर करने का काम करती है। वहीं किडनी शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन शरीर में ही छोड़ देती है, लेकिन जब किडनी खराब होने लगती है, तो यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या शुरू हो जाती है, जिसे प्रोटीन्यूरिया कहा जाता है।
7) थकान और कमजोरी आना - किडनी जब सही से काम नहीं करती, तो शरीर में हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसकी वजह से थकान, कमजोरी और एनर्जी में कमी हो सकती है।
8) स्वाद में बदलाव आना - जब किडनी खराब होने की शुरुआत होती है, तो मुंह में अलग-सा स्वाद आने लगता है और भूख में कमी होने लगती है।
तो जैसा कि आपने जाना कि किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या है? ऐसे में अगर आपको भी ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से सलाह करें।
अगर आपको भी किडनी से जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में आकर करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से किडनी और अन्य कई बीमारी के रोगियों का इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों का इलाज कर रहे हैं, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेलियर का इलाज कर रहा है।