किडनी स्टोन के 5 आयुर्वेदिक उपचार

आजकल खराब खानपान की वजह से ज्यादातर लोगों को किडनी में पथरी की समस्या होने लगी है। लेकिन किडनी स्टोन के 5 आयुर्वेदिक उपचार अपनाकर इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।
By Dr. Puneet Dhawan | Published: September 23, 2024

Read More

किडनी में स्टोन होना आम बात हो गई है। आजकल खराब खानपान की वजह से ज्यादातर लोगों को किडनी में पथरी की समस्या होने लगी है। किडनी स्टोन के दौरान बहुत तेज दर्द होता है, जिससे जिंदगी पर भी बुरा असर पड़ता है। इसका इलाज न करने से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ने लगती हैं, लेकिन किडनी स्टोन के आयुर्वेदिक उपचार अपनाकर इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।

किडनी स्टोन के लक्षण

  • 1) बुखार आना
  • 2) यूरिन में बदबू आना या उसमें बुलबुले दिखना
  • 3) यूरिन में ब्लड आना
  • 4) कमर के निचले हिस्से में तेज दर्द होना
  • 5) पेट में दर्द होना

किडनी स्टोन के कारण

  • 1) कैल्शियम की ज्यादा दवाइयां खाना
  • 2) शरीर में पानी की कमी होना
  • 3) बढ़ती उम्र
  • 4) एस्ट्रोजन की कमी होना
  • 5) अनहेल्दी डाइट लेना
  • 6) लाइफस्टाइल खराब होना

किडनी स्टोन के लिए क्या खाना चाहिए

1) खट्टे फल खाएं - किडनी में स्टोन होने पर खट्टे फल जैसे कि मौसमी, आंवला, नींबू, संतरा आदि खाने चाहिए। इनमें सिट्रिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है, जो किडनी में स्टोन बनने से रोकती है। इन फलों को खाने से स्टोन को तोड़ने में मदद मिलती है।

2) कुल्थी दाल - कुल्थी की दाल का सेवन करने से भी किडनी स्टोन को ठीक किया जा सकता है। इसे खाने से किडनी स्टोन के निर्माण को रोका जा सकता है। इस दाल में यूरिन की मात्रा को बढ़ाने और स्टोन को गलाने के गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में इसे खाने से स्टोन को बाहर निकाला जा सकता है।

3) इलायची - इलायची में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में इलायची के साथ खरबूजे के बीज और मिश्री को पानी में डालकर उबालें और सुबह-शाम पी लें। इसका सेवन रोजाना करने से पथरी को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।

4) पाषाणभेद का पौधा - पाषाणभेद के पौधे में कई आयुर्वेदिक गुण मौजूद होते हैं। इसे पत्थरचट्टा या पत्थरचूर के नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग करने से पथरी के छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर यूरिनरी ट्रैक्ट से बाहर निकालने में मदद करते हैं।

5) तुलसी के पत्ते - तुलसी के पत्तों में कई तरह के आयुर्वेदिक गुण मौजद होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से किडनी के स्टोन को बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए आप तुलसी के 5-7 पत्तों को चबाकर खा सकते हैं। इससे किडनी स्टोन से होने वाले दर्द में आराम मिलता है और पथरी भी आसानी से निकल जाती है।

तो जैसा कि आपने जाना कि किडनी स्टोन के उपचार को आयुर्वेद में किस तरह से किया जा सकता है, लेकिन इस किडनी स्टोन की दवा को करने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

अगर आपको भी किडनी में स्टोन या उससे जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में आकर करवा सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे किडनी को बिना डायलिसिस के ही ठीक किया जा सकता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस का आयुर्वेदिक उपचार या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक उपचार कर रहा है।