क्या किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के निकाला जा सकता हैं?

किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के निकाला जा सकता है? अक्सर ऐसा सवाल सभी के मन में आता है। चलिए जानते हैं कि किडनी स्टोन का इलाज किस तरह से किया जा सकता है।
By Dr. Puneet Dhawan | Published: August 27, 2024

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आजकल खराब खान-पान और बदलते लाइफस्टाइल की वजह से किडनी स्टोन की समस्या काफी आम बात हो गई है। आजकल हर किसी को पथरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन क्या किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के निकाला जा सकता है? अक्सर ऐसा सवाल सभी के मन में आता है। चलिए जानते हैं कि किडनी स्टोन का इलाज किस तरह से किया जा सकता है।

पथरी का आकार

माना जाता है कि अगर पथरी का आकार 6mm से बड़ा होता है, तो पथरी का इलाज सर्जरी द्वारा ही किया जा सकता है। वहीं अगर पथरी का आकार 6mm से छोटा हो और वो यूरेटर के नीचे चला गया हो, तो इसका इलाज बिना सर्जरी के किया जा सकता है।

पथरी की जगह

अगर पथरी यूरेटर के नीचे हिस्से में मौजूद हो, तो इस स्थिति में बिना सर्जरी के भी पथरी का इलाज किया जा सकता है। वहीं पथरी जब यूरेटर के ऊपर के हिस्से में फंस जाए, तो किडनी स्टोन को निकालने के लिए सर्जरी का सहारा लिया जा सकता है।

किस स्थिति में बिना सर्जरी के स्टोन निकाल सकते हैं?

कई बार किडनी स्टोन यूरिनरी ट्रैक्ट में प्रवेश कर जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन अगर यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी तरह का इंफेक्शन या रुकावट नहीं होती, तो सर्जरी के अलावा कई तरीके से इलाज किया जा सकता है।

किडनी स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज

1) तुलसी - तुलसी में कई तरह के एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। इसका सेवन करने से किडनी स्टोन को यूरिन के जरिए बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए आप तुलसी के रस में शहद मिलाकर उसका सेवन कर सकते हैं।

2) सिंहपर्णी की जड़ - सिंहपर्णी की जड़ का सेवन करने से पाचन तंत्र को मजबूत बनाया जा सकता है। इसके सेवन से विषैले पदार्थों को बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए आप इसकी जड़ को चाय में उबालकर इसका सेवन कर सकते हैं।

तो जैसा कि आपने जाना कि क्या किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के निकाला जा सकता हैं? ऐसे में इसका सही जवाब जानने के लिए आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें।

अगर आपको भी किडनी स्टोन या उससे जुड़ी किसी तरह की समस्या आ रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में करवा सकते हैं, जहां साल 1937 से किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक इलाज किया जा रहा है और जिसे अब डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस का आयुर्वेदिक इलाज या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक इलाज कर रहा है।