गुर्दे की सूजन का उपचार
Read More
किडनी हमारी बॉडी का एक जरूरी हिस्सा होती है। ये शरीर में यूरिन के निर्माण से लेकर ब्लड में मौजूद अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाल सकता है। ऐसे में कई बार खराब खानपान और जीवनशैली के चलते किडनी में सूजन की समस्या आ जाती है, लेकिन गुर्दे की सूजन का उपचार करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
किडनी में सूजन आने के कारण
1) खून में कैल्शियम बढ़ना
2) बैक्टीरियल इंफेक्शन
3) खून में पोटेशियम की कमी होना
4) एंटीबायोटिक दवाएं
5) किडनी की अन्य बीमारियां
किडनी में सूजन के लक्षण
1) ब्लड प्रेशर बढ़ना
3) पेशाब के रंग में बदलाव आना
4) बुखार और मतली की समस्या
5) मानसिक स्थिति में बदलाव
गुर्दे की सूजन का उपचार
1) कम लें सोडियम - सोडियम की चीजों को कम मात्रा में लेने से किडनी में आ रही सूजन से बचा जा सकता है। गुर्दे में सूजन के दौरान कम से कम सोडियम या ज्यादा नमक वाली चीजें खाएं।
2) वजन करें कंट्रोल - वहीं वजन को कंट्रोल करके किडनी में आ रही सूजन से बचा जा सकता है। वजन को संतुलित रखने से किडनी में आ रही सूजन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
3) पौष्टिक आहार - किडनी में सूजन आने पर पौष्टिक आहार लेना चाहिए। इसके लिए शराब, कॉफी जैसी चीजें पीने से बचना चाहिए। वहीं किडनी में सूजन ठीक करने के लिए हाई प्रोटीन का सेवन करें और रोजाना पानी पिएं। रोजाना पानी पीने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त पदार्थ बाहर निकलने लगते हैं।
तो जैसा कि आपने जाना कि गुर्दे की सूजन का उपचार क्या है? ऐसे में आप भी इन उपायों को अपनाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
अगर आपको भी किडनी में सूजन आने या उससे जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में आकर करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से अन्य कई बीमारी के और किडनी रोगियों का आयुर्वेदक इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों का इलाज कर रहे हैं, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेलियर का आयुर्वेदक इलाज कर रहा है।