पायरिया का जड़ से इलाज - कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल
पायरिया एक आम लेकिन बेहद परेशान करने वाली दांतों की एक समस्या है। यह सिर्फ एक मुँह की बीमारी नहीं है, बल्कि आपकी पूरी हेल्थ पर बुरा असर कर सकती है। इसलिए, पायरिया का जड़ से इलाज करना ज़रूरी है। लेकिन सबसे पहले इस बीमारी के बारे में दूसरी जानकारियाँ लेनी चाहिए जो नीचे दी गयी हैं।
पायरिया क्या है - Pyorrhea kya hai?
पायरिया एक तरह का मुँह का इन्फेक्शन है जो मसूड़ों और दांतों के बीच के हिस्से पर असर करता है। इसे मेडिकल भाषा में पेरियोडोंटाइटिस कहा जाता है। अगर इसे समय पर नहीं रोका गया, तो यह इन्फेक्शन धीरे-धीरे हड्डी तक पहुंच सकता है और दांत गिरने का कारण बन सकता है।
पायरिया के कारण - Pyorrhea ke karan
ईन कारणों से पायरिया हो सकता है -
- मुँह की सफाई में लापरवाही
- धूम्रपान और तंबाकू
- ज़्यादा मीठा, चिपचिपा या एसिडिक खाना
- डायबिटीज और हार्मोनल बदलाव
- विटामिन-C की कमी
पायरिया के लक्षण - Pyorrhea ke lakshan
ईन लक्षणों से पायरिया की पहचान हो सकती है -
- मसूड़ों से खून आना (ब्रश करते समय या कुछ चबाते समय)
- मुँह से बदबू आना, चाहे आप ब्रश करें या माउथवॉश का उपयोग करें
- मसूड़ों में सूजन और दर्द
- दांतों के बीच जगह बनना
- दांतों का ढीला होना या हिलना
- ठंडा-गर्म लगना
- मुँह का स्वाद हमेशा खराब लगना
पायरिया का जड़ से इलाज - Pyorrhea ka jad se ilaj
पायरिया को जड़ से खत्म करने के घरेलू उपाय इस प्रकार हैं -
1. सरसों का तेल, नमक और हल्दी का मिश्रण: एक चम्मच सरसों का तेल लें। उसमें एक चुटकी हल्दी और सेंधा नमक मिलाएं। इस मिश्रण से मसूड़ों की हल्के हाथों से मालिश करें। 5 मिनट बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें। दिन में दो बार करने से लाभ मिलेगा।
2. नीम की दातुन: नीम एक शक्तिशाली प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। इसकी दातुन करने से बैक्टीरिया मरते हैं और मसूड़े मज़बूत होते हैं।
3. गुड़हल (हिबिस्कस) के फूल का प्रयोग: गुड़हल के फूलों को धोकर पीस लें। इससे मसूड़ों पर मालिश करें। यह मसूड़ों से खून आना और सूजन कम करता है।
4. लौंग का तेल: 1-2 बूंद लौंग का तेल रूई पर लेकर मसूड़ों पर लगाएं। यह दर्द, सूजन और बदबू को कम करता है।
5. त्रिफला चूर्ण: आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ मिलाकर कुल्ला करें। यह मुँह के बैक्टीरिया को मारने में सहायक है।
पायरिया के लिए आयुर्वेदिक उपचार - Pyorrhea ke liye ayurvedic upchar
ईन तरीकों से पायरिया का आयुर्वेदिक ईलाज कर सकते हैं -
1. बबूल की छाल: बबूल की छाल को उबालकर उसका काढ़ा बनाएं। इस पानी से कुल्ला करें। यह संक्रमण को रोकता है और मसूड़ों को मजबूत करता है।
2. मंजिष्ठा और हरड़: मंजिष्ठा रक्त को शुद्ध करती है और हरड़ पाचन सुधारती है। दोनों का चूर्ण नियमित लेने से पायरिया में राहत मिलती है।
3. गिलोय: गिलोय की रस रोज सुबह खाली पेट लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे संक्रमण जल्दी ठीक होता है।
पायरिया का डेंटल ट्रीटमेंट - Pyorrhea ka dental treatment
अगर पायरिया ज़्यादा बढ़ चुका हो, तो घरेलू उपायों के साथ-साथ डेंटल इलाज भी जरूरी होता है। जिसके तरीके इस प्रकार हैं -
- स्केलिंग और रूट प्लानिंग
- एंटीबायोटिक थेरेपी
- फ्लैप सर्जरी
- लेज़र ट्रीटमेंट
पायरिया होने पर खान-पान में सावधानी - Pyorrhea hone par khan-paan mein savdhani
पायरिया में सही खान-पान चुनकर भी इस बीमारी में रोगी को मदद मिल सकती है। इससे जुड़ी जानकारी नीचे दी गयी है।
क्या खाएं:
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी, धनिया
- विटामिन-C युक्त फल (आंवला, संतरा, नींबू)
- दूध, दही, पनीर (कैल्शियम के लिए)
- त्रिफला, गिलोय जैसे हर्ब्स
क्या न खाएं:
- मीठे और चिपचिपे खाद्य पदार्थ
- कोल्ड ड्रिंक्स और अत्यधिक चीनी वाले जूस
- अत्यधिक मसालेदार और तले-भुने व्यंजन
- धूम्रपान और शराब
पायरिया से जुड़े और भी ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी हैं जो एक पायरिया रोगी के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
पायरिया के लिए कौन सा टूथपेस्ट सबसे अच्छा है - Pyorrhea ke liye kaun sa toothpaste sabse achha hai?
इसके लिए आप घर पर ही टूथपेस्ट बना सकते हैं। जिसके 2 तरीके हैं -
थोड़ी सी काली मिर्च को बारीक पाउडर बनने तक पीस लें और इसमें थोड़ा नमक मिला लें।
थोड़ा अनार के दानों का पाउडर लें और उसे नमक और काली मिर्च के साथ अच्छी तरह मिक्स कर लें।
पायरिया से मसूड़ों से खून आना कैसे रोके - Pyorrhea se masudo se khoon aana kaise roke?
पायरिया से मसूड़ों से खून आना रोकने के लिए, नियमित रूप से ब्रश करें, फ्लॉस करें, और माउथवॉश का उपयोग करें। इसके अलावा, दंत चिकित्सक से जांच करवाएं।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको पायरिया का जड़ से इलाज बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको पायरिया रोग है या ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो किसी अच्छे डेंटिस्ट से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेद के साथ।