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सुबह उठते ही जोड़ों में जकड़न

सुबह उठते ही जोड़ों में जकड़न क्यों होती है, क्या यह आर्थराइटिस का शुरुआती संकेत है, इसके लक्षण, कारण, खतरे और प्राकृतिक व आयुर्वेदिक उपाय जानें।
By Dr. Puneet Dhawan | Published: December 17, 2025

सुबह उठते ही जोड़ों में जकड़न – क्या ये आर्थराइटिस का शुरुआती संकेत है?

आर्थराइटिस के लक्षण इग्नोर न करें – Arthritis ke lakshan ignore na karein

बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें सुबह नींद से उठते ही उंगलियों, घुटनों, कमर, गर्दन या टखनों में जकड़न और अकड़न होती है। कई बार कुछ मिनट की हल्की मूवमेंट करने के बाद यह जकड़न अपने आप कम भी हो जाती है। इसी वजह से लोग इसे नॉर्मल समस्या समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन, यह एक बड़ी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है जैसे – आर्थराइटिस। इसलिए, ‘सुबह उठते ही जोड़ों में जकड़न – क्या ये आर्थराइटिस का शुरुआती संकेत है?’ के बारे में जानकार जल्द ही बीमारी को रिवर्स करना चाहिए। साथ ही आर्थराइटिस के दूसरे लक्षण, कारण और इलाज के उपायों के बारे में जानना चाहिए जिसकी जानकारी नीचे दी गई है।

क्यों होती है सुबह जोड़ों में जकड़न? – Kyon hoti hai subah jodo mein jakdan?

रात में हमारी बॉडी लंबे टाइम तक एक ही पॉज़िशन में रहती है जिससे जोड़ों की मूवमेंट कम हो जाती है और जोड़ो के बीच मौजूद द्रव ठीक से सर्कुलेट नहीं हो पाता। इसी वजह से सुबह उठते समय अकड़न महसूस होती है। इसके ख़ास कारण इस प्रकार हैं –

  • ज़्यादा वक़्त तक एक ही पोज़िशन में सोना
  • ठंड का मौसम
  • मांसपेशियों की थकान
  • विटामिन D या कैल्शियम की कमी

अगर यह जकड़न रोज़ हो और कई दिनों तक ऐसा हो, साथ में दर्द भी हो तो इसे बिलकुल भी हल्के में न लें।

आर्थराइटिस के शुरुआती संकेत – Arthritis ke shuruati sanket

अगर सुबह की जकड़न के साथ नीचे दिए गए ये लक्षण भी दिखाई दें, तो अलर्ट हो जाएँ –

  • जकड़न का 30 से 60 मिनट या उससे ज़्यादा वक़्त के लिए रहना
  • जोड़ों में सूजन या गर्माहट होना
  • ज़रा सा प्रेशर आने पर भी दर्द होना
  • चलने या उठने-बैठने में परेशानी
  • थकान और कमजोरी लगना
  • मौसम बदलने पर दर्द और भी ज़्यादा बढ़ जाना

सुबह की जकड़न को नज़रअंदाज़ करने के खतरे – Subah ki jakdan ko nazarandaaz karne ke khatre

आर्थराइटिस की बीमारी का शुरुआती लक्षण – सुबह की जकड़न – को इग्नोर करने से ये नुकसान हो सकते हैं –

  • जोड़ हमेशा के लिए खराब हो सकते हैं
  • चलने-फिरने की केपेसिटी कम होना
  • दवाओं पर डिपेंड होना
  • जीवन की क्वालिटी में गिरावट

सुबह की जकड़न और आर्थराइटिस से बचने के प्राकृतिक उपाय – Subah ki jakdan aur arthritis se bachne ke prakritik upaay

  • 1. सुबह हल्की स्ट्रेचिंग करें: सुबह उठने के बाद धीरे-धीरे हाथ-पैर हिलाएँ लेकिन अचानक झटके न दें।
  • 2. गुनगुने पानी से नहाएँ: गर्म पानी सूजन कम करता है और जोड़ों को आराम देता है। इसलिए गुनगुने पानी से नहाएँ।
  • 3. रेगुलर एक्सर्साइज़ करें: वॉकिंग, योग, तैराकी और हल्की एक्सरसाइज़ जोड़ों को ऐक्टिव रखती हैं।
  • 4. वजन कंट्रोल करें: ज़्यादा वजन से जोड़ों पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है।
  • 5. संतुलित खानपान लें: हरी सब्ज़ियाँ, फल, ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीज़ें और हल्दी, अदरक जैसी सूजन कम करने वाली चीज़ें खाएँ।
  • 6. आयुर्वेदिक सुझाव: आयुर्वेद में जोड़ों की जकड़न को वात दोष से जोड़ा जाता है जिसे कंट्रोल करने के लिए रोज़ाना तेल मालिश करें, गर्म और आसानी से पचने वाला खाना खाएँ, ठंडा और रूखा खाना न खाएँ, ध्यान और प्राणायाम से स्ट्रेस कम करें।

FAQs

क्या सुबह की जकड़न हमेशा आर्थराइटिस का संकेत होती है? – Kya subah ki jakdan hamesha arthritis ka sanket hoti hai?

नहीं। कभी-कभी यह थकान, ठंड या गलत सोने की पोज़िशन से भी हो सकती है।

सुबह की जकड़न कितनी देर तक रहे तो चिंता करनी चाहिए? – Subah ki jakdan kitni der tak rahe toh chinta karni chahiye?

अगर जकड़न 30 मिनट से ज़्यादा बनी रहे और साथ में दर्द भी हो, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

क्या युवाओं में भी आर्थराइटिस हो सकता है? – Kya yuvaaon mein bhi arthritis ho sakta hai?

हाँ। रूमेटॉइड आर्थराइटिस और अन्य ऑटोइम्यून आर्थराइटिस युवाओं में भी हो सकते हैं।

क्या लाइफस्टाइल बदलने से जोड़ों की जकड़न कम हो सकती है? – Kya lifestyle badalne se jodo ki jakdan kam ho sakti hai?

हाँ। रेगुलर व्यायाम, सही डाइट, वजन नियंत्रण और स्ट्रेस कम करने से जकड़न और दर्द में काफी राहत मिल सकती है।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि सुबह उठते ही जोड़ों में जकड़न – क्या ये आर्थराइटिस का शुरुआती संकेत है? लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को आर्थराइटिस की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से आर्थराइटिस की बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार लें। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।