हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह अर्थराइटिस की निशानी है?
हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह अर्थराइटिस की निशानी है? – Haath-Paero Mein Soojan – Kya Yah Arthritis Ki Nishaani Hai?
अर्थराइटिस की बीमारी को समझें – Arthritis ki bimari ko samjhein
इस बीमारी को गठिया भी कहा जाता है जिसमें रोगी को चलने-फिरने में बहुत दिक्कत होती है क्योंकि जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न हो जाती है। अगर समय रहते बीमारी की पहचान कर ली जाए तो इलाज में आसानी होती है और जल्द उपचार किया जा सकता है। लेकिन, अर्थराइटिस में अक्सर लोग आम लक्षण जैसे हाथ-पैर में सूजन को नज़रअंदाज करते हैं, जिससे आगे चलकर जोड़ों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, ‘हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह अर्थराइटिस की निशानी है?’ के बारे में जानकार तुरंत इलाज करवाना चाहिए। आप चाहे तो कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में अर्थराइटिस का आयुर्वेदिक उपचार करवा सकते हैं। लेकिन, पहले अर्थराइटिस के बारे में आम जानकारी लें जो नीचे दी गई है।
अर्थराइटिस की बीमारी क्यों होती है? – Arthritis ki bimari kyon hoti hai?
- उम्र और वक़्त के साथ जोड़ों की उपास्थि (कार्टिलेज) के घिस जाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस हो सकता है जो अर्थराइटिस का सबसे आम प्रकार है।
- जब इम्यून सिस्टम खुद बॉडी के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करता है तो रुमेटीइड आर्थराइटिस होता है।
- यूरिक एसिड का लेवल बढ़ना, जिससे यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों और ऊतकों में जमा हो जाता है।
- इन्फेक्शन से बैक्टीरिया या वायरस का जोड़ों में पहुँच जाना।
- पहले कभी अगर जोड़ों में चोट लगी हो तो आगे चलकर आर्थराइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
- वज़न बढ़ने से जोड़ों पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ना।
- माता-पिता से मिले कुछ जीन या पर्यावरणीय कारक।
हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह अर्थराइटिस की निशानी है? – Haath-paero mein soojan – kya yah arthritis ki nishaani hai?
अर्थराइटिस के लक्षण नीचे दिए हैं जिसमें ‘हाथ-पैरों में सूजन’ भी शामिल है –
- जोड़ों में दर्द और अकड़न
- कुछ मामलों में हाथ-पैरों में सूजन
- जोड़ों में सूजन
- थकान महसूस करना
- कभी-कभी हल्का बुखार आना
- भूख कम लगना
- कुछ मामलों में हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों पर दाने होना
- आंखों में जलन, दर्द, या सूखापन
- कमर के निचले हिस्से में दर्द होना
किन कारणों से होती है अर्थराइटिस में सूजन? – Kin kaarano se hoti hai arthritis mein soojan?
1. जोड़ों में इंफ्लेमेशन
रुमेटीइड गठिया में बॉडी की इम्यूनिटी जोड़ों पर हमला करती है, जिससे सूजन हो सकती है।
2. यूरिक एसिड बढ़ना
गठिया बाय (गाउट) में यूरिक एसिड बढ़कर जोड़ में क्रिस्टल जम जाते हैं जिससे तेज़ दर्द और सूजन होती है।
3. ऑस्टियोआर्थराइटिस
जोड़ों के घिसने से हल्की सूजन और अकड़न आ सकती है।
अर्थराइटिस में सूजन की पहचान – Arthritis mein soojan ki pahchaan
नीचे दिए गए लक्षण दिखाई दें तो सूजन की वजह अर्थराइटिस हो सकती है वरना सूजन के पीछे कोई और कारण भी हो सकता है –
- अगर सूजन के साथ दर्द होने लगे
- जोड़ छूने पर गर्म महसूस हों
- अगर सुबह के वक़्त अकड़न रहे
- जोड़ टेढ़े लग रहे हों
- सूजन बार-बार उसी जगह पर हो
- हल्की ऐक्टिविटी करने पर दर्द बढ़े या कम हो
हाथ-पैरों में सूजन का आयुर्वेदिक दृष्टिकोण – Haath-paero mein soojan ka ayurvedic drishtikon
आयुर्वेद के हिसाब से हाथ-पैर की सूजन, वात-कफ दोष और अम पित्त की वजह से हो सकती है। अगर सूजन के साथ दर्द, जकड़न और गर्माहट के लक्षण भी दिखाई दें तो यह गठिया के एक रूप ‘वातरक्त’ की समस्या हो सकती है। लेकिन, अगर सूजन ठंडी, मुलायम और बिना दर्द वाली है तो यह किडनी या कफ से जुड़ी समस्या हो सकती है।
FAQs
सुबह हाथ-पैरों में सूजन क्यों होती है? – Subah haath-paero mein soojan kyon hoti hai?
सुबह की सूजन जोड़ो में इंफ्लेमेशन या रुमेटीइड गठिया की निशानी हो सकती है।
क्या हाथों की उंगलियों में सूजन अर्थराइटिस बताती है? – Kya haatho ki ungaliyo mein soojan arthritis bataati hai?
हाँ, रुमेटीइड गठिया में उंगलियों के जोड़ों पर सबसे पहले असर होता है।
हाथ-पैरों की सूजन कब खतरनाक मानी जाती है? – Haath-paero ki soojan kab khatarnaak maani jaati hai?
जब सूजन के साथ बुखार, लालिमा, तेज़ दर्द या सांस फूलना शुरू हो जाए।
क्या हाथ-पैरों की सूजन के लिए यूरिक एसिड जांच ज़रूरी है? – Kya haath-paero ki soojan ke liye uric acid jaanch zaroori hai?
हाँ, अगर दर्द के साथ लालिमा हो तो यूरिक एसिड की जांच ज़रूरी है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि ‘हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह Arthritis की निशानी है?’ लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार के हाथ-पैरों में सूजन है और साथ ही अर्थराइटिस के दूसरे लक्षण भी दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अर्थराइटिस का आयुर्वेदिक उपचार लें। यहाँ आपको उपचार के साथ-साथ अर्थराइटिस के लिए सही डाइट चार्ट और कंसल्टेंसी भी मिलेगी। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।