डायलिसिस से बचना चाहते हैं? तो ये 3 आयुर्वेदिक बदलाव आज से ही शुरू कर दें। आयुर्वेद में किडनी को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने के लिए ऐसे उपाय बताए गए हैं, जो समय पर अपनाने पर डायलिसिस की नौबत से बचा सकते हैं। 📞 संपर्क करें: 9910324343 – Karma Ayurveda
30 Jun, 2025
किडनी की बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और समय रहते पहचान न हो तो डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। इसके पीछे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, बार-बार यूरिन आना, यूरिक एसिड का बढ़ना और दवाइयों का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं। सही समय पर जीवनशैली में बदलाव लाकर डायलिसिस से बचा जा सकता है।
Source: Karma Ayurvedaसुबह उठकर हल्दी मिला गुनगुना पानी पीना किडनी के लिए बेहद फायदेमंद होता है। हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण किडनी की सूजन को कम करते हैं और शरीर को अंदर से साफ करते हैं। यह आदत किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है।
Source: Karma Ayurvedaवरुण (Crataeva Nurvala) आयुर्वेद में एक विशेष औषधि है, जिसका उपयोग किडनी से जुड़े रोगों में प्राचीन समय से होता आ रहा है। वरुण की छाल से बनी दवाइयां पेशाब की समस्या, स्टोन और किडनी की सूजन में बहुत प्रभावशाली होती हैं। इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित रूप से लिया जा सकता है।
Source: Karma Ayurvedaडायलिसिस से बचने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। ज्यादा नमक, रेड मीट, चीनी, और प्रोसेस्ड फूड को कम करें। इनकी जगह हल्की, सुपाच्य और किडनी-फ्रेंडली चीजें जैसे लौकी, सेब, नारियल पानी, और उबली हुई सब्जियां शामिल करें। इससे शरीर पर लोड कम होगा और किडनी को आराम मिलेगा।
Source: Karma Ayurvedaकिडनी की बीमारी को डायलिसिस तक पहुंचने से पहले रोकना ज़रूरी है। Karma Ayurveda में बिना डायलिसिस के किडनी के लिए पूरी तरह प्राकृतिक इलाज उपलब्ध है। आज ही संपर्क करें और इलाज की शुरुआत करें। 📞 हेल्पलाइन: 9910324343 🌿 विश्वास करें आयुर्वेद में
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