किडनी रोगी क्या खाएँ और क्या न खाएँ
किडनी रोगी क्या खाएँ और क्या न खाएँ – Kidney Rogi Kya Khayein Aur Kya Na Khayein?
किडनी पर खानपान का असर – Kidney par khanpan ka asar
किडनी पर खानपान का गहरा असर पड़ता है क्योंकि यह शरीर से वेस्ट मटेरियल और एक्स्ट्रा पानी बाहर निकालने का काम करती है। गलत आहार किडनी पर लोड़ डालता हैं। वहीं संतुलित आहार और सही मात्रा में पानी लेने से किडनी स्वस्थ रहती है। इसलिए, किडनी की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए सही और बैलेन्स्ड खानपान जरूरी है; जिसके लिए डीटेल में जानकारी नीचे दी गई है कि किडनी रोगी क्या खाएँ और क्या न खाएँ।
किडनी रोगी क्या खाएँ – Kidney rogi kya khayein?
आम तौर पर एक किडनी रोगी को ईन चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए–
- फल: सेब, नाशपाती, पपीता, लाल अंगूर, रस बेरी, ब्लू बेरी आदि। इनमें पोटेशियम कम और फाइबर भरपूर होता है जो किडनी रोगियों के लिए सुरक्षित है। इसके अलावा ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं और टॉक्सिन्स कम करने में सहायक हैं।
- सब्ज़ियाँ (Vegetables): लौकी, तोरी, टिंडा, परवल, हरा कद्दू, गाजर, पत्तागोभी और हरी शिमला मिर्च खाई जा सकती हैं। लेकिन इन्हें उबालकर पानी फेंककर खाएँ ताकि पोटेशियम की मात्रा कम हो जाए। सब्ज़ी की मात्रा भी सीमित रखें।
- अनाज (Cereals): सफेद चावल, दलिया/ओट्स और कम मात्रा में सोयाबीन डॉक्टर से पूछकर खा सकते हैं। ये किडनी रोगियों के लिए सुरक्षित हैं। साथ ही ये ऊर्जा और फाइबर के अच्छे सोर्स हैं।
- दालें और प्रोटीन (Pulses & Protein): धुली हुई मूंग दाल सीमित मात्रा में खाई जा सकती है। इसके अलावा पनीर या दूध आदि डॉक्टर से पूछकर ही लेना चाहिए क्योंकि हर मरीज की कन्डिशन अलग होती है।
- तरल पदार्थ (Fluids): पानी की मात्रा रोगी की स्थिति पर निर्भर करती है। इसलिए, डॉक्टर की सलाह अनुसार ही पानी पीना चाहिए। लिक्विड में हर्बल चाय या गुनगुना पानी भी लिया जा सकता है।
- नमक और तेल: किडनी रोगियों को ऑलिव ऑइल और सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए वो भी लिमिटेड।
किडनी रोगी के लिए कौनसे पोषक तत्व ज़रूरी होते हैं – Kidney rogi ke liye kaunse poshak tattv zaruri hote hain?
ज़रूरी पोषक तत्त्वों की नज़र से खानपान को इस तरह बाँटा जा सकता है –
- कार्बोहाइड्रेट: एनर्जी का ख़ास स्रोत, जैसे सफेद चावल और दलिया।
- नियंत्रित प्रोटीन: जैसे धुली हुई मूंग दाल।
- आयरन: उबली सब्ज़ियों से मिलने वाला पोषक तत्त्व जो एनीमिया रोकने के लिए उपयोगी है।
- विटामिन C और B-कॉम्प्लेक्स: यह इम्यूनिटी के लिए ज़रूरी है।
किडनी रोगी क्या न खाएँ – Kidney rogi kya na khayein?
आम तौर पर एक किडनी रोगी को ईन चीज़ों का परहेज़ करना चाहिए –
- फल: केला, संतरा, आम, अनार और नारियल पानी आदि से बचें क्योंकि इनमें पोटेशियम की मात्रा ज़्यादा होती है।
- सब्ज़ियाँ: टमाटर, आलू, बैंगन, पालक और हरी बीन्स ना लें; इनमें पोटेशियम ज़्यादा होता है।
- अनाज: ब्राउन राइस और साबुत दालों से बचकर रहें। इनमें पोटेशियम और फॉस्फोरस ज़्यादा होता है।
- दालें और प्रोटीन: राजमा, चना, उरद दाल, मटन, मछली और अंडे – ये किडनी पर बोझ डालते हैं। इनसे दूर ही रहें।
- तरल पदार्थ: सॉफ्ट ड्रिंक्स, सोडा, शराब और कैफीन वाली चाय/कॉफी आदि किडनी को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसके अलावा पानी की मात्रा भी डॉक्टर से पूछकर ही फिक्स करें क्योंकि ज़्यादा पानी भी नुकसान कर सकता है।
- वसा और तेल: तले-भुने और मसालेदार भोजन से बचना चाहिए।
- अन्य: प्रोसेस्ड फूड, पैक्ड फूड, चॉकलेट, नट्स और फॉस्फोरस वाली चीजें न खाएँ।
किडनी रोग में सही खानपान के अलावा कुछ ज़रूरी सवाल – FAQs
किडनी रोगी कौन-सी सब्ज़ियाँ खा सकता है – Kidney rogi kaun-si sabziyan kha sakta hai?
लौकी, तोरी, टिंडा, परवल, हरा कद्दू और गाजर आदि उबालकर खा सकते हैं।
किडनी रोगी को किस फल से बचना चाहिए – Kidney rogi ko kis phal se bachna chahiye?
केला, संतरा, आम, अनार और नारियल पानी पोटेशियम ज़्यादा होने से नुकसानदायक हैं। इनसे बचना चाहिए।
क्या किडनी रोगी दूध और पनीर खा सकता है – Kya kidney rogi doodh aur paneer kha sakta hai?
हाँ लेकिन, सीमित मात्रा में और केवल डॉक्टर की सलाह से ही लें। ज़्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स से परहेज़ करें।
किडनी रोगी के लिए कौन-सा तेल उपयोगी है – Kidney rogi ke liye kaun-sa tel upyogi hai?
किडनी रोगी के लिए ऑलिव ऑइल सबसे अच्छा तेल है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि किडनी रोगी क्या खाएँ और क्या न खाएँ। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को किडनी की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।