पैरों में सूजन आने का कारण और उपचार
पैरों में सूजन आने का कारण और उपचार – Paeron Mein Soojan Aane Ka Karan Aur Upchaar
पैरों में सूजन की समस्या क्या है – Paeron mein soojan ki samasya kya hai?
जब पैरों के टिश्यूज़ में फ्लूइड यानी तरल पदार्थ जमा हो जाता है तो पैर सूज जाते हैं या भारी लग सकते हैं। इस बीमारी को एडीमा भी कहा जाता है। ये कोई आम समस्या नहीं, बल्कि ये दिल के रोग, किडनी डिजीज़, इन्फेक्शन या चोट का संकेत भी हो सकती है। इसलिए, पैरों में सूजन आने का कारण और उपचार जान लेना इस दिक्कत को दूर करने में आपकी बहुत मदद कर सकता है। लेकिन पहले इस समस्या के लक्षण जान लेने चाहिए ताकि रोगी ठीक से बीमारी को पहचान सके।
पैरों में सूजन के लक्षण – Paeron mein soojan ke lakshan
- पैर सूज जाना या भारी लगना
- स्किन बदलना
- दर्द या बैचेनी होना
- स्किन लाल होना या गर्म हो जाना
- पैर सुन्न हो जाना या पैरों में झुनझुनी होना
- वॉक में दिक्कत
पैरों में सूजन आने का कारण – Paeron mein soojan aane ka karan
- एक ही पोजीशन में लम्बे समय तक खड़े रहना या बैठना।
- पैर में चोट लगना या मोच आना।
- प्रेगनेंसी में हार्मोनल बदलाव और शरीर के प्रेशर की वजह से सूजन।
- ज़्यादा नमक से फ्लूइड जमा हो जाता है जो सूजन का कारण बन सकता है।
- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी पैरों में सूजन आ सकती है।
- डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) – एक मेडिकल कंडीशन जिसमें बॉडी की नसों में खून का थक्का यानी थ्रोम्बस बन जाता है जिससे पैर में सूजन हो सकती है।
- हार्ट फेलियर – जब दिल ठीक से खून पंप नहीं करता तो फ्लूइड जमा हो सकता है।
- किडनी या लिवर में खराबी – जब दोनों में से कोई भी अंग ठीक से काम नहीं करता तो फ्लूइड जमा हो सकता है।
पैरों में सूजन आने का उपचार – Paeron mein soojan aane ka upchaar
कुछ प्राकृतिक, घरेलु और आयुर्वेदिक तरीकों से पैरों में सूजन का उपचार किया जा सकता है जिनकी जानकारी नीचे दी गयी है।
पैरों में सूजन का घरेलु उपचार – Paeron mein soojan ka gharelu upchaar
- पैर ऊपर करके बैठना: पैरों को हार्ट लेवल से ऊपर रखें। दिन में 2-3 बार 15-20 मिनट के लिए ऐसा करें। इससे सूजन कम होगी।
- गर्म और ठंडे पानी से सिकाई: एक बार गर्म पानी से और फिर ठंडे पानी से 10-10 मिनट सिकाई करें। यह ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और सूजन घटाता है।
- नमक कम लें: ज़्यादा नमक शरीर में पानी को रोकता है जिससे सूजन होती है।
- हल्की एक्सरसाइज और वॉक: इससे ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है।
- तेल मालिश: नारियल तेल, सरसों का तेल या जैतून का तेल गुनगुना करके मालिश करें।
- अदरक, हल्दी, दालचीनी और तुलसी का काढ़ा या चाय: पिएं।
पैरों में सूजन का आयुर्वेदिक उपचार – Paeron mein soojan ka ayurvedic upchaar
ईन दवाओं के उपयोग से पैरों में सूजन का इलाज किया जा सकता है –
- त्रिफला चूर्ण
- गुग्गुल (Guggulu)
- अश्वगंधा
- अरंड का तेल
- दशमूल क्वाथ
FAQs
क्या हाई बीपी से पैरों में सूजन हो सकती है – Kya high BP se paeron mein soojan ho sakti hai?
हां, हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं सूजन का कारण बन सकती हैं। साथ ही अगर दिल पर असर हो रहा है तो पैरों में पानी भर सकता है।
क्या डायबिटीज से पैरों में सूजन आती है – Kya diabetes se paeron mein soojan aati hai?
हां, डायबिटीज से नसों और किडनी पर असर पड़ सकता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है। नर्व डैमेज (neuropathy) और खराब ब्लड सर्कुलेशन इसके ख़ास कारण हैं।
सूजन के साथ दर्द हो तो क्या करें – Soojan ke saath dard ho to kya karein?
आराम करें, सूजन वाली जगह पर बर्फ की सिकाई करें और जल्द ही डॉक्टर को दिखाएं।
पैर की सूजन के लिए कौन सी जांच करानी चाहिए – Paer ki soojan ke liye kaun si jaanch karaani chahiye?
ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, डॉपलर अल्ट्रासाउंड (DVT के लिए), ECG और हार्ट से जुड़ी सूजन के लिए Echocardiogram कराना चाहिए।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको पैरों में सूजन आने का कारण और उपचार बताया। लेकिन आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को पैरों में सूजन की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।