सूजन (Inflammation) शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। हालांकि हल्की-फुल्की सूजन अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन जब यह लंबे समय तक बनी रहे, तो सूजन का रामबाण इलाज जरूरी हो जाता है। लेकिन पहले सूजन के बारे में आम जानकारी लेनी चाहिए जो नीचे दी गयी है।
सूजन का मतलब है शरीर के किसी हिस्से में सूजन आ जाना, लालपन, दर्द, गर्माहट या चलने-फिरने में तकलीफ होना। यह एक तरह से रोगाणुओं, संक्रमण या किसी अंदरूनी चोट के प्रति इम्युनिटी सिस्टम का रिएक्शन होता है।
सूजन दो प्रकार की होती है:
तीव्र सूजन (Acute inflammation): यह कुछ घंटों या दिनों तक रहती है और जल्दी ठीक हो जाती है।
दीर्घकालिक सूजन (Chronic inflammation): यह हफ्तों, महीनों या सालों तक बनी रहती है और कई गंभीर बीमारियों की जड़ हो सकती है।
ईन तरीकों से सूजन का रामबाण इलाज किया जा सकता है -
सूजन का घरेलु और आयुर्वेदिक उपचार – Soojan ka Gharelu aur Ayurvedic Upchar
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) एक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है। रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं।
अदरक में मौजूद जिंजरोल तत्व सूजन को कम करने में मदद करता है। रोज सुबह खाली पेट अदरक का रस शहद के साथ लें। या अदरक की चाय दिन में 1-2 बार पिएं।
यह उपाय खासतौर पर जोड़ों की सूजन में असरदार होता है। 2-3 लहसुन की कलियां सरसों के तेल में गर्म करें और उस तेल से प्रभावित स्थान पर हल्की मालिश दिन में दो बार करें।
ये दोनों इम्युनिटी स्ट्रोंग करती हैं और सूजन को जड़ से मिटाने में सहायक हैं। 500 mg अश्वगंधा की टैबलेट सुबह-शाम लें। गिलोय का काढ़ा या टैबलेट भी लाभकारी है।
सूजन वाली जगह पर 10-15 मिनट तक बर्फ का पैक रखें। दिन में 2-3 बार दोहराएं।
ध्यान रखें, ईन दवाओं और घरेलु उपायों का इस्तेमाल किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से करें।
सूजन होने पर ओमेगा-3 वाली चीजें (अखरोट, अलसी के बीज), हरी सब्जियाँ (पालक, ब्रोकली), फल (पपीता, सेब, अनार), हल्दी, दालचीनी, लहसुन खाएं और पानी खूब पिएं (8-10 गिलास रोज)।
तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड, अधिक चीनी, मैदा, शराब और धूम्रपान – ईन चीज़ों से बचें।
सूजन के कारण, लक्षण और इलाज के अलावा इस बीमारी के बारे में कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी है जो रोगी के बहुत काम आ सकती है।
हां, अगर सही इलाज न किया जाए, तो यह जोड़ों की दिक्कत, दिल का रोग, डायबिटीज या ऑटोइम्यून बीमारियों को जन्म दे सकती है।
हल्के योग या स्ट्रेचिंग फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन अगर सूजन अधिक है या दर्द बहुत ज्यादा है तो कुछ दिन आराम करें और डॉक्टर की सलाह लें।
ब्लड टेस्ट जैसे CRP (C-reactive protein), ESR, CBC, और RA फैक्टर जैसी जांचें सूजन के कारणों का पता लगाने में मदद करती हैं।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको सूजन का रामबाण इलाज बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को सूजन की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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