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शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके

जानिए शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके जैसे पंचकर्म, डिटॉक्स डाइट, योग, और जड़ी-बूटियाँ। आयुर्वेद के इन उपायों से शरीर को अंदर से साफ और हेल्दी रखें।

 

 


By Dr. Puneet Dhawan | Published: November 8, 2025

शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके – Sharir Se Toxins Nikaalne Ke Ayurvedic Tarike

टॉक्सिन्स क्या होते हैं – Toxins kya hote hain?

एक या एक से ज़्यादा जीवित जीवों से उत्पन्न हुए जहरीले पदार्थ को टॉक्सिन्स कहते हैं। आम तौर पर ये बॉडी को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। ये पदार्थ बैक्टीरिया, पौधों और जानवरों से हमारी बॉडी में आ सकते हैं और इन्हें मेटाबोलिज़्म का बाय-प्रोडक्ट भी कह सकते हैं। आम भाषा में हम इन्हें शरीर में जमी गंदगी कह सकते हैं जिसे समय-समय पर बाहर निकालना चाहिए। शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके अपनाकर शरीर को साफ रखा जा सकता है लेकिन पहले टॉक्सिन्स के बारे में आम जानकारी लेनी चाहिए जो नीचे दी गई है।

टॉक्सिन्स का सोर्स – Toxins ka source

  • बैक्टीरिया: कुछ बीमारियाँ बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न टॉक्सिन्स की वजह से होती हैं जैसे टेटनस और डिप्थीरिया।
  • पौधे: कुछ पौधों में टॉक्सिन्स नेचुरली होते हैं, जैसे पॉइज़न आइवी या हेमलॉक। ये स्किन के संपर्क में आने या निगलने पर नुकसान पहुंचाते हैं।
  • जानवर: कुछ जानवरों का ज़हर भी टॉक्सिन्स कहलाता है जैसे – साँप, बिच्छू और मकड़ियाँ।
  • फफूंद (फंगी): ये खाने के माध्यम से शरीर में एंटर कर जाते हैं और टॉक्सिन्स पैदा कर सकते हैं।
  • दवाएं: कुछ दवाएं कम मात्रा में फायदा करती हैं, लेकिन ज़्यादा मात्रा में ज़हरीली हो सकती हैं।

शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके – Sharir se toxins nikaalne ke ayurvedic tarike

  • 1. पंचकर्म थेरेपी: आयुर्वेद में शरीर को डिटॉक्स करने का सबसे असरदार तरीका पंचकर्म है। इसमें पाँच ख़ास प्रक्रियाएँ होती हैं –
    • वमन: इसे बॉडी से कफ दोष निकालने के लिए किया जाता है।
    • विरेचन: इसमें आयुर्वेदिक औषधीयों से पित्त दोष को दूर किया जाता है।
    • बस्ती: वात दोष को बैलेन्स करने के लिए औषधीय तेल या काढ़ा बॉडी में दिया जाता है।
    • नस्य: इसमें नाक के रास्ते से औषध डालकर सिर और दिमाग की सफाई की जाती है।
    • रक्तमोक्षण: यह शरीर से खराब खून निकालने की प्रोसेस है।
  • 2. सुबह का आयुर्वेदिक डिटॉक्स रूटीन: रोज़ाना सुबह उठकर नींबू या थोड़ी हल्दी मिला हुआ गुनगुना पानी पीना पियें। नारियल या तिल के तेल से गरारे करें। साथ ही जीभ साफ रखें ताकि रातभर जमा टॉक्सिन्स बाहर निकल सकें। हल्का योग या प्राणायाम करें।
  • 3. आयुर्वेदिक डिटॉक्स ड्रिंक्स: कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक ड्रिंक्स रोज़ पीने से टॉक्सिन्स धीरे-धीरे बाहर निकलते हैं। गिलोय रस लिवर और खून को शुद्ध करता है। त्रिफला चूर्ण डाइजेशन सुधारकर शरीर को नेचुरली साफ करता है। एलोवेरा जूस स्किन और पाचन के लिए फायदेमंद होता है। धनिया या नीम पानी किडनी को हेल्दी रखता है और पेशाब से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। तुलसी और अदरक का काढ़ा इम्यूनिटी बढ़ाता है।
  • 4. डिटॉक्स डाइट: हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, मौसमी फल जैसे सेब, पपीता, आंवला, नींबू, हल्दी, धनिया, अदरक, लहसुन, साबुत अनाज और मूंग दाल खाएँ। तली-भुनी चीज़ें, बहुत ज़्यादा नमक या चीनी, सोडा, कोल्ड ड्रिंक, शराब, प्रोसेस्ड और पैकेट वाली चीज़ें ना खाएँ।
  • 5. घरेलू डिटॉक्स: रोज़ खाली पेट गुनगुना पानी, नींबू, शहद लें। रात में त्रिफला पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें। हफ्ते में एक दिन हल्का उपवास या फलाहार करें।
  • 6. अच्छी नींद लें और आराम करें: रात की नींद बॉडी का सबसे नेचुरल डिटॉक्स तरीका है। नींद के दौरान शरीर अपने अंदर जमा गंदगी बाहर निकालता है और कोशिकाओं की मरम्मत करता है। इसलिए रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद ज़रूरी है।
  • 7. पसीना: योग, तेज़ चलना या सूर्य नमस्कार करने से पसीना निकलता है, जिससे शरीर के रोमछिद्रों के ज़रिए टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।
  • 8. जड़ी-बूटियाँ: आंवला खून साफ करता है और डाइजेशन सुधारता है। हरड़ से कब्ज और पाचन की गड़बड़ी दूर होती है। नीम, स्किन को हेल्दी रखती है और खून को साफ करने में मदद करती है। गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाता है और त्रिफला से तीनों दोष बैलेन्स किये जा सकते हैं।

FAQs

क्या पसीना निकालना शरीर को साफ करता है – Kya paseena nikaalna sharir ko saaf karta hai?

हाँ, पसीना शरीर का नेचुरल डिटॉक्स मैकेनिज्म है जो ज़हरीले तत्त्वों को बाहर निकालता है।

क्या उपवास शरीर शुद्ध करता है – Kya upwaas sharir shuddh karta hai?

हाँ, आयुर्वेद में छोटा उपवास या फ्रूट डाइट को शरीर की सफाई का नेचुरल तरीका माना गया है।

क्या टॉक्सिन्स निकालने से त्वचा में निखार आता है – Kya toxins nikaalne se tvacha mein nikhaar aata hai?

हाँ, जब शरीर साफ होता है तो खून साफ होता है और स्किन पर नेचुरल चमक आती है।

क्या तनाव भी शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ाता है – Kya tanaav bhi sharir mein toxins badhaata hai?

हाँ, मेंटल स्ट्रेस से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है जो शरीर की डिटॉक्स प्रोसेस को धीमा कर देता है।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके बताए। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके कोई साथी/रिश्तेदार शरीर से टॉक्सिन्स निकालना चाहते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या आप चाहें तो हमारे ‘कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल’ में भी पूछताछ कर, आयुर्वेदिक तरीकों से टॉक्सिन्स हटाकर बॉडी को डिटॉक्स करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।