किडनी इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
Read More
किडनी इन्फेक्शन क्या है?
किडनी इन्फेक्शन को चिकित्सीय भाषा में पायलोनेफ्राइटिस कहा जाता है। आमतौर पर किडनी इन्फेक्शन की समस्या तब होती है, जब मूत्र मार्ग से बैक्टीरिया किडनी में प्रवेश करते हैं। साथ ही अनुपचारित रहने या देर से उपचार करने पर यह स्थिति गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। ऐसे में किडनी इन्फेक्शन का जल्द निदान और उपचार करना जरूरी है। इस ब्लॉग में आप जानेंगे कि किडनी इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
किडनी इन्फेक्शन के लक्षण
किडनी इन्फेक्शन के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे:
- बार-बार पेशाब आना
- बुखार और ठंड लगना
- पेट या पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- पेशाब के रंग में बदलाव
- पेशाब में दर्द या जलन
- पेशाब में खून आना
- उल्टी और मतली
- कमजोरी और थकान
किडनी इन्फेक्शन के कारण
किडनी इन्फेक्शन के प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- गलत खान-पान
- गर्भावस्था
- मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन
- मूत्रमार्ग में रुकावट
- किडनी में पथरी
- डायबिटीज
- उच्च रक्तचाप
- कमजोर इम्यून सिस्टम
- अधिक शराब का सेवन
- कोई पुरानी बीमारी
- कुछ दवाओं का प्रभाव
किडनी इन्फेक्शन के ठीक होने का समय
किडनी इन्फेक्शन के ठीक होने का समय आमतौर पर इन्फेक्शन की गंभीरता, मरीज की सेहत और उपचार के प्रकार पर निर्भर करता है, जैसे:
हल्का इन्फेक्शन- अगर इन्फेक्शन हल्का है, तो कभी-कभी यह बिना उपचार के अपने आप ठीक हो जाता है। इस स्थिति में किडनी इन्फेक्शन को ठीक होने में कम से कम तीन से सात दिन लग सकते हैं।
गंभीर इन्फेक्शन- गंभीर किडनी इन्फेक्शन की स्थिति जल्द उपचार की जरूरत होती है। इस स्थिति में इन्फेक्शन कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो सकता है।
दीर्घकालिक इन्फेक्शन- अगर इन्फेक्शन पुराना है या बार-बार हो रहा है, तो इसे ठीक होने में कुछ हफ्तों से लेकर कई महीने का समय भी लग सकता है।
किडनी इन्फेक्शन का उपचार
कुछ मामलों में किडनी इन्फेक्शन का इलाज घरेलू उपचार विकल्पों से किया जा सकता है। ऐसे ही कुछ अन्य विकल्पों में निम्नलिखित शामिल हैं:
क्रैनबेरी जूस- क्रैनबेरी जूस में विटामिन-C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह पोषक तत्व मूत्रमार्ग से बैक्टीरिया को निकालने में मदद करते हैं, जो इन्फेक्शन का प्रमुख कारण है। इसके साथ ही क्रैनबेरी में पोटैशियम भी होता है, जो किडनी के नुकसानदायक होता है। ऐसे में इसका सेवन करने से पहले आपके लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
सेब का सिरका- किडनी इन्फेक्शन से लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए आप सेब के सिरके का उपयोग कर सकते हैं। यह विटामिन-C, एसिटिक एसिड, मैग्नीशियम का बेहतरीन स्रोत है। यह तत्व शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बनाए रखते हैं और किडनी की कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं। लेकिन, आपको इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद पोटैशियम किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है।
हल्दी का सेवन- हल्दी में कर्क्यूमिन, विटामिन-C, आयरन और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। यह पोषक तत्व शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। हल्दी का नियमित सेवन आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। साथ ही इससे खून की कमी दूर करने और किडनी इन्फेक्शन से बचने जैसे लाभ प्राप्त हो सकते हैं।
अदरक का सेवन- किडनी इन्फेक्शन के इलाज में अदरक का सेवन बहुत लाभकारी हो सकता है। इसमें कई पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जैसे, जिंजरोल, विटामिन-C, मैग्नीशियम और फाइबर। यह तत्व इन्फेक्शन में सुधार करके शरीर को आराम देते हैं। इसके अलावा अदरक के उपयोग से पाचन तंत्र को बढ़ावा मिलता है और किडनी का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
पर्याप्त पानी- किडनी इन्फेक्शन होने पर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे किडनी हाइड्रेट रहती है और शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करके आप किडनी की कार्यप्रणाली को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। साथ ही इससे किडनी इन्फेक्शन की संभावना भी कम होती है।
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि किडनी इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?, तो यह ब्लॉग आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और कोई भी उपचार चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। साथ ही अगर आप या आपके कोई परिजन किडनी इन्फेक्शन या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं और आप आयुर्वेद में किडनी इन्फेक्शन का उपाय ढूंढ़ रहे हैं, तो आप कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक चिकित्सकों से इलाज करवा सकते हैं। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।