किडनी रोग के घरेलू उपाय - कर्मा आयुर्वेदा

किडनी रोग में किडनी सही से अपना कार्य नहीं कर पाती है, किडनी का मुख्य कार्य हमारे शरीर से सभी टोक्सिन को यूरिन के रास्ते बाहर निकालना होता है यदि शरीर में यही कार्य सही से नही होता तो बहुत से गंदे और अवशिष्ट पदार्थ शरीर में ही रह जाते हैं, और आगे चल कर यही किडनी रोग भी बन सकता है और भविष्य के लिए एक हानिकारक चुनोती भी हो सकती है इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे किडनी रोग के घरेलू उपाय पर उसे पहले हमारा इनके लक्षणों और कारणों पर ध्यान देना बहुत ज़रुरी है जिसे हम इसके शुरुआती समय में ही नियंत्रित कर पाएं।

किडनी रोग के लक्षण

  • सूजन
  • यूरिन का रंग गाढ़ा होना
  • थकान और कमज़ोरी
  • साँस लेने में परेशानी
  • रुखी त्वचा
  • भूख न लगना
  • शरीर में दर्द
  • उल्टी
  • नींद आने में परेशानी
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किडनी रोग के कारण

  • अत्यधिक अल्कोहल और स्मोकिंग
  • डायबिटीज
  • जेनेटिक्स
  • अत्यधिक दवाइयां लेना
  • हाई ब्लड प्रेशर

किडनी रोग के घरेलू उपाय

  • उचित मात्रा में पानी पिएं
  • क्रेनेबेर्री जूस
  • अदरक वाली चाय
  • विटामिन C
  • तुलसी
  • ज़्यादा नमक से बचें

उचित मात्रा में पानी पिएं- एक अच्छी मात्रा में पानी पीना आपके किडनी ही नहीं पुरे शरीर को स्वस्थ रखता है, पानी पिने से बॉडी हाइड्रेट रहती है जिस वजह से किडनी, सारे टोक्सिन को अच्छे से फ़िल्टर कर के निकाल पाता है और पानी यूरिन की मात्रा को भी बढ़ाता है जिसे यूरिन और पथरी से जुडी समस्या भी दूर होती है।

जानकारी- अत्यधिक पानी ना पिएं और एक बार में बहुत सारा पानी भी ना पिएं वर्ना आपके किडनी पर भार भी पड़ सकता है और केवल पानी पर ही निर्भर न रहें डाइट का भी पूरा ध्यान रखें।

क्रेनेबेर्री जूस- क्रेनेबेर्री जूस UTI जैसी समस्या में बहुत काम आते हैं, ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। जो किडनी के सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज यूरिनरी ट्रैक्ट में हो रहे सुजन और इन्फेक्शन को कम करने की कोशिश करते हैं।

जानकारी- बाज़ार में मिल रहे क्रेनेबेर्री जूस को ध्यान से पढ़ कर उपयोग करें क्योंकि ज़्यादातर जूस में बहुत शुगर होता है जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है।

अदरक वाली चाय- अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होते हैं जो किडनी को डैमेज होने से बचाता है और किडनी रोग के कारण हो रहे सूजन और परेशानी को दूर करने में मदद करता है और इसमें दिउरेटिक इफेक्ट्स होते हैं जिससे यूरिन की मात्रा बढती है और टोक्सिन अच्छे से निकल पाते हैं।

जानकारी- एक उचित मात्रा में ही इसका सेवन करें बहुत सी एसी परिस्तिथियाँ होती हैं, जिनमें अदरक का बहुत कम सेवन करना बहुत ज़रुरी है।

विटामिन C- विटामिन C हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रुरी होता है खास कर किडनी के लिए पर इसको ज़रूरत से ज़्यादा लेना भी आपके लिए एक हानि का कारण बन सकता है, ये शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने की शक्ति देते हैं शुरुआती समय में विटामिन लेने से आपको काफ़ी मदद मिल सकती है।

जानकारी- विटामिन C की मात्रा को हमेशा अपने डॉक्टर से सम्पर्क कर के ही लें।

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तुलसी- तुलसी में बहुत से गुण होते हैं जो किडनी के लिए बहुत लाभदायक होते हैं जेसे इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होते हैं जो किडनी को प्रोटेक्ट करते हैं, किडनी को डिटॉक्स करते हैं और ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करते हैं।

जानकारी- गर्वाव्स्था और स्तनपान के दौरान इसका प्रयोग न करें क्योंकि ये आपके हॉर्मोन पर असर डाल सकते हैं।

ज़्यादा नमक से बचें- ज़्यादा नमक से इसलिए बचना चाहिये क्योंकि ज़्यादा सोडियम आपके किडनी पर प्रभाव डाल सकता है जिस वजह से ब्लड प्रेशर, किडनी में पथरी और एसी ही अन्य परेशानियाँ भी बढ सकती है।

जानकारी- जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है वो नामक को कम न करें वे लोग नमक को उचित मात्रा में खा सकते हैं।

आज इस आर्टिकल में हमने जाने किडनी रोग के घरेलू उपाय जिससे आप आसान तरीक़े से शुरुआती समय में किडनी से जुडी समस्या और किडनी रोग से मुक्त हो सकते हैं। और एसे ही हेल्थ से जुड़े आर्टिकल्स और ब्लोग्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

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