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गर्मियों का मौसम आते ही सबसे ज़्यादा डिहाइड्रेशन की दिक्कत होती है। इसे हम आम भाषा में "शरीर में पानी की कमी" भी कहते हैं। डिहाइड्रेशन कोई छोटी समस्या नहीं है, यह गंभीर रूप भी ले सकती है। इसलिए, समय रहते डिहाइड्रेशन के लक्षण और उपाय जान लेने से इस समस्या से छूटकारा मिल सकता है। लेकिन इससे पहले डिहाइड्रेशन के बारे में आम जानकारियाँ लेनी चाहिए।
डिहाइड्रेशन तब होता है जब हमारे शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा कम हो जाती है। यह स्थिति तब आती है जब पानी का सेवन कम हो और पसीना, मूत्र या उल्टी के जरिए अधिक पानी बाहर निकल जाए। शरीर में पानी की कमी होने पर सबसे पहले खून गाढ़ा होने लगता है, शरीर थकान महसूस करता है और अंगों पर असर पड़ने लगता है।
डिहाइड्रेशन के लक्षण, उम्र और व्यक्ति की स्थिति के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन आम तौर पर ये लक्षण देखे जाते हैं -
जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो सबसे पहले होंठ सूखने लगते हैं और मुंह के अन्दर चिपचिपा महसूस होता है।
बार-बार पानी पीने की इच्छा डिहाइड्रेशन का पहला संकेत है।
अगर मूत्र का रंग हल्का नहीं बल्कि गहरा पीला या नारंगी है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि शरीर में पानी की कमी है।
डिहाइड्रेशन के कारण मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, जिससे चक्कर, सिरदर्द और थकावट होती है।
दिनभर में पेशाब की मात्रा घट जाती है और यह एक गंभीर संकेत है।
त्वचा में लोच खत्म हो जाती है, दबाने पर धीरे से वापस अपने स्थान पर आती है।
डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड प्रेशर गिरता है और दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
ईन घरेलु और आयुर्वेदिक तरीकों का इस्तेमाल करके डिहाइड्रेशन का घरेलु उपचार किया जा सकता है -
आम तौर पर लोगों का ये सवाल होता है कि डिहाइड्रेशन से बचने के लिए कितना पानी पीना चाहिए। जवाब है - दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास। गर्मियों में यह मात्रा और बढ़ सकती है। लेकिन अगर आपको पहले से कोई बीमारी हो तो पानी की मात्रा डॉक्टर से पूछ कर तय करें।
घर में बना नींबू पानी, नारियल पानी या ओआरएस का घोल शरीर में नमक और मिनरल्स की भरपाई करता है।
भारी और मसालेदार भोजन शरीर को डिहाइड्रेट कर सकता है। सलाद, दही, छाछ, खीरा, तरबूज जैसे हाइड्रेटिंग फूड्स का सेवन करें।
तेज धूप में बाहर जाने से बचें, खासकर दोपहर के समय। छाता या टोपी का प्रयोग करें।
ठंडे पानी से स्नान करें, सूती कपड़े पहनें और शरीर के तापमान को संतुलित रखें।
1 लीटर उबले ठंडे पानी में, 6 चम्मच चीनी और 1/2 चम्मच नमक मिलाएं। हर घंटे थोड़ा-थोड़ा पीते रहें
यह पोटेशियम और सोडियम से भरपूर होता है और जल्दी शरीर में असर करता है।
गर्मी में शरीर को ठंडा रखने वाला पारंपरिक पेय।
ये पेट को ठंडा रखते हैं और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखते हैं।
डिहाइड्रेशन के कारण, लक्षण और उपाय के अलावा कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गई हैं जो रोगी को फायदा पहुंचा सकती हैं।
तरबूज, खीरा, संतरा, पपीता जैसे पानी से भरपूर फल फायदेमंद होते हैं।
पानी के साथ-साथ इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति भी जरूरी होती है, जैसे ओआरएस, नारियल पानी आदि।
यदि हल्का डिहाइड्रेशन है तो कुछ घंटों में ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर स्थिति में डॉक्टर की जरूरत होती है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको डिहाइड्रेशन के लक्षण और उपाय बताए। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को डिहाइड्रेशन की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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