आंतों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा

Aanton ko majboot karne ki Ayurvedic Dawa

खाना सही से पच जाए तो इंसान कई सारी बिमारियों से अपने आप मुक्त हो सकता है जिसमें सबसे ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट रोल होता है हमारी आँतों का। ये खाना पचाने, न्यूट्रीशन प्रोसेस करने और वेस्ट मटेरियल को बाहर निकालने का काम करती हैं।

अगर आंते ठीक से काम न कर पाएं तो कब्ज, गैस, एसिडिटी, अपच, थकान, स्किन एलर्जी, बाल झड़ना और इम्युनिटी कम होना जैसी ढ़ेरों बीमारियाँ लग जाती हैं। इसीलिए, गट (आंतों) हेल्थ का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। अंग्रेजी दवाओं का इस्तेमाल करने से साइड इफेक्ट्स का ख़तरा रहता है इसलिए, आंतों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में जानना ज़्यादा सही रहेगा। लेकिन इससे पहले आंतें खराब होने का कारण पता होना चाहिए ताकि इलाज में आसानी हो।

🌿 Talk to Our Ayurvedic Expert Now – Get A Expert Consultation.
Delaying Treatment Can Worsen Your Condition.
👉 Call Now And Change Your Life


आंतें खराब क्यों होती हैं – Aantein kharab kyon hoti hain?

आम तौर पर ईन कारणों से आंतें खराब होती हैं –

  • खराब खानपान: ज़्यादा जंक फूड, तेल-मसाले वाला खाना
  • पानी की कमी: पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से आंतें डिहाइड्रेट हो जाती हैं
  • बीमारियां: कुछ बीमारियां जैसे कि क्रोहन रोग, अल्सरेटिव कोलाइटिस, और सीलिएक रोग
  • तनाव: लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने से भी आंतों के स्वास्थ्य पर नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ सकता है।
  • उम्र: उम्र बढ़ने के साथ-साथ आंतों की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिससे वे कमजोर हो सकती हैं।

आंतों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा – Aanton ko majboot karne ki Ayurvedic Dawa

पेट की आंतों की सफाई के लिए ईन दवाओं का उपयोग किया जा सकता है –

1. त्रिफला: त्रिफला तीन फलों - आंवला, हरड़ और बहेड़ा से मिलकर बना एक आयुर्वेदिक मिश्रण है। यह पाचन को बेहतर बनाने, कब्ज से राहत दिलाने और आंतों को साफ करने में मदद करता है।

2. हरीतकी: हरड़ एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो पाचन में सुधार और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करती है। यह शरीर से ज़हरीले तत्त्वों को निकालने और पूरी तरह आँतों में सुधार करने में भी मदद करती है।

3. सोंठ: सोंठ, या सूखी अदरक, एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी है जो पाचन को मजबूत बनाने में मदद करती है। यह पाचन को त्रिगर करने और कब्ज से राहत दिलाने में भी मदद करता है।

4. अजवाइन: अजवाइन एक मसाला है जो पाचन में सुधार और गैस और सूजन को कम करने में मदद करता है।

5. इसबगोल: इसबगोल एक नेचुरल फाइबर है जो मल को नरम करने और मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह कब्ज से राहत दिलाने और आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करता है।

आंतों को मजबूत बनाने के घरेलू उपाय – Aanton ko majboot banaane ke gharelu upaay

गट (आँतों) हेल्थ के लिए ईन टिप्स को फॉलो करें –

  • 1. फाइबर वाला खाना खाएं
  • 2. भरपूर नींद लें
  • 3. स्ट्रेस कम रखें
  • 4. पानी पिएं
  • 5. रेगुलर एक्सरसाइज करें
  • 6. प्रोबायोटिक्स जैसे दही, केफिर, सौकरकूट, किमची आदि का सेवन करें
  • 7. प्रीबायोटिक्स खाना जैसे सेब, केले, जामुन, प्याज, लहसुन, शतावरी, चिया बीज, अलसी के बीज, दालें, चने, राजमा आदि का सेवन करें
📝 Share Your Health Problem With Us Now - Fill Out the Form Below and Take the First Step Toward Healing.
Enquiry Now


आंतें खराब होने का कारण और आँतों को हेल्थी रखने की आयुर्वेदिक दवा के अलावा कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी हैं जो रोगी को बहुत फायदा पहुंचा सकती है।

आंतों को कितने समय में मजबूत किया जा सकता है – Aanton ko kitne samay mein majboot kiya jaa sakta hai?

अगर सही आयुर्वेदिक दवा, खान-पान और दिनचर्या अपनाई जाए तो 15-30 दिनों में आंतों की स्थिति में सुधार नजर आने लगता है। गंभीर मामलों में यह समय 2-3 महीने भी हो सकता है।

क्या आयुर्वेदिक दवाएं किसी साइड इफेक्ट के साथ आती हैं – Kya Ayurvedic Dawaayein kisi side effects ke saath aati hain?

ज़्यादातर मामलों में आयुर्वेदिक दवा का साइड इफेक्ट नहीं होता। लेकिन प्रकृति के अनुसार मरीज में गर्मी या ढीलापन आ सकता है। इसलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेकर ही ईन दवाओं का सेवन करें।

क्या बच्चों की कमजोर आंतों के लिए भी यही दवाएं उपयोगी हैं – Kya Bachho ki kamzor aanton ke liye bhi yahi dawaayein upyogi hain?

बच्चों के लिए त्रिफला, अजवाइन-हींग जल और आंवला रस हल्के रूप में दिया जा सकता है। हालांकि बच्चों की आयु, वजन और पाचन के अनुसार ही खुराक फिक्स की जानी चाहिए।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको आंतों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को आंतों (गट हेल्थ) से जुड़ी समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

Web Stories

Location:

Second Floor, 77, Block C, Tarun Enclave, Pitampura, New Delhi, Delhi, 110034