कोलेस्ट्रॉल क्या होता है – Cholesterol kya hota hai?

कोलेस्ट्रॉल एक वसा वाला, मोम जैसा पदार्थ है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं में पाया जाता है। यह शरीर के लिए जरूरी है क्योंकि इससे हार्मोन, विटामिन D और पाचन में सहायक पित्त बनता है।

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है: LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) और HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल)। जब शरीर में LDL ज़्यादा हो जाता है, तो यह धमनियों में जमा होकर दिल की बीमारी, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण – Cholesterol Badhne ke Karan

आमतौर पर इन कारणों से कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है:

  • खराब खानपान
  • शारीरिक गतिविधि की कमी
  • धूम्रपान और शराब
  • मोटापा
  • जेनेटिक कारण
  • अन्य स्वास्थ्य स्थितियां (जैसे डायबिटीज, किडनी की बीमारी, थायरॉयड)
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कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय – Cholesterol kam karne ke upay

आयुर्वेदिक दवाएं:

  • आंवला: सुबह खाली पेट इसका रस पीना लाभकारी है।
  • त्रिफला: पाचन सुधारने और कोलेस्ट्रॉल घटाने में सहायक।
  • अर्जुन: दिल की मज़बूती और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में असरदार।
  • अश्वगंधा: तनाव घटाकर कोलेस्ट्रॉल स्तर सुधारती है।

लाइफस्टाइल में बदलाव:

  • रोज़ाना व्यायाम करें
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें
  • धूम्रपान बंद करें
  • शराब का सेवन सीमित करें

सही डाइट अपनाएं:

  • फाइबर से भरपूर आहार जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज
  • स्वस्थ वसा: जैतून का तेल, नट्स, बीज
  • कम वसा वाले डेयरी उत्पाद
  • कड़वे खाद्य पदार्थ जैसे पालक, केल, सरसों के पत्ते
  • मीठा, खट्टा और नमकीन भोजन से बचें

ज़रूरी परहेज़:

  • सैचुरेटेड और ट्रांस फैट से परहेज
  • पशु उत्पादों (ऑर्गन मीट, अंडे की जर्दी) से दूरी
  • प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से परहेज
  • रिफाइंड कार्ब और चीनी का सेवन घटाएं
  • हाई कैलोरी और फास्ट फूड से दूरी बनाएं
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कोलेस्ट्रॉल से जुड़े ज़रूरी सवाल – FAQs

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या समस्या होती है?

हृदय रोग, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) कैसे पहचानें?

LDL के लक्षण स्पष्ट नहीं होते, लेकिन लिपिड प्रोफाइल टेस्ट से इसकी पुष्टि होती है। लक्षणों में आंखों के पास पीले धब्बे, सीने में दर्द, सांस फूलना, हाथ-पैरों में सुन्नता हो सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल का टेस्ट कब कराना चाहिए?

20 वर्ष की उम्र से हर 4–6 साल में टेस्ट कराना चाहिए। अगर कोई हृदय रोग या डायबिटीज है, तो अधिक बार टेस्ट जरूरी है।

कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग का क्या संबंध है?

कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से धमनियों में प्लाक जम जाता है जिससे ब्लड फ्लो रुकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है।

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण और उपाय बताए हैं। लेकिन सिर्फ इन टिप्स पर निर्भर न रहें। यदि कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो किसी अनुभवी डॉक्टर से संपर्क करें।

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