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ठंड में नाक से खून आने का घरेलू उपचार

सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंडी हवाएं, ड्राय स्किन और कभी-कभी एक और गंभीर समस्या लेकर आता है – नाक से खून आना। आमतौर पर यह स्थिति अचानक होती है और देखने में डरावनी लग सकती है। खासकर बच्चों और बूढों में यह समस्या ज़्यादा देखने को मिलती है। इसलिए, ये जानना बहुत ज़रूरी है कि ठंड में नाक से खून आने का घरेलू उपचार क्या हैं? लेकिन इससे पहले कुछ दूसरी जानकारियाँ लेनी चाहिए जो नीचे दी गयी हैं।

ठंड में नाक से खून आने का कारण - Thand mein naak se khoon aane ka karan

1. सूखी हवा और नमी की कमी : सर्दियों में वातावरण में नमी की मात्रा बहुत कम हो जाती है। जिससे नाक के अन्दर की झिल्ली सूखने लगती है और फट सकती है। इससे खून निकलने के चांसेस बढ़ जाते हैं।

2. नाक में उंगली डालना या बार-बार रगड़ना : सूखी नाक में बार-बार उंगली डालने से अंदर की नाजुक खून की नलियाँ फट जाती हैं और खून आ सकता है।

3. अधिक छींक आना या सर्दी-जुकाम : जुकाम के कारण नाक में सूजन, बार-बार नाक साफ करना या झटका लगने पर नसें फट सकती हैं।

4. हाई बी पी : कुछ लोगों में ठंड के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे नाक में खून आ सकता है।

5. विटामिन की कमी : ख़ासकर, विटामिन C और K की कमी नाक की नाजुक कोशिकाओं को कमजोर बना सकती है।

ठंड में नाक से खून आने का घरेलू उपचार - Thand mein naak se khoon aane ka gharelu upchar

ईन उपायों और नुस्खों से ठंड में नाक से खून आने का घरेलु इलाज कर सकते हैं -

1. ठंडी पट्टी या आइस पैक लगाएं: नाक के ऊपर और गर्दन के पीछे बर्फ की पट्टी या ठंडा कपड़ा रखने से खून की नलियाँ सिकुड़ती हैं और खून बहना बंद हो जाता है। उपयोग का तरीका - बर्फ के टुकड़ों को कपड़े में लपेट लें। 10 मिनट तक नाक की हड्डी (bridge) पर रखें और इसे गर्दन के पीछे भी लगा सकते हैं।

2. सरसों का तेल या घी लगाना: नाक की नमी बनाए रखने के लिए सरसों का तेल या देसी घी बहुत फायदेमंद होता है। उपयोग का तरीका - एक–एक बूंद सरसों का तेल या घी दोनों नथुनों में डालें। उंगली की सहायता से हल्के हाथ से अंदर तक फैला दें। दिन में दो बार, सुबह और रात को सोने से पहले ऐसा करें।

3. तिल का तेल और कपूर का मिश्रण: तिल का तेल और कपूर मिलाकर नथुनों में लगाने से नमी भी बनी रहती है और नसें मजबूत होती हैं। उपयोग का तरीका - 1 चम्मच तिल का तेल हल्का गर्म करें। एक चुटकी कपूर मिलाएं। गुनगुना होने पर रुई की मदद से नथुनों में लगाएं।

4. भाप लेना: भाप लेने से नाक की सूजन कम होती है और अंदर की झिल्ली को नमी मिलती है। उपयोग का तरीका - पानी उबालें और एक बर्तन में डालें। सिर पर तौलिया डालकर 5–7 मिनट तक भाप लें। चाहें तो पानी में यूकेलिप्टस ऑयल की कुछ बूंदें डाल सकते हैं।

5. अदरक और शहद का सेवन: अदरक और शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो नाक की नाजुक कोशिकाओं को ठीक करते हैं। उपयोग का तरीका- अदरक का रस 1 चम्मच लें। उसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं। दिन में एक बार सेवन करें।

6. विटामिन C वाले फल खाएं: आंवला, संतरा, नींबू, अमरूद आदि में विटामिन C होता है जो नसों को मजबूत करता है और फटने से बचाता है। उपयोग का तरीका- रोज सुबह खाली पेट आंवला का रस पीने से नाक से खून की समस्या में आराम मिलता है।

7. नारियल पानी और तुलसी का रस: तुलसी की पत्तियां इम्युनिटी बूस्ट करती हैं और नारियल पानी शरीर को ठंडा और संतुलित करता है। उपयोग का तरीका- 5 तुलसी की पत्तियों को पीसें। 1 गिलास नारियल पानी में मिलाकर पिएं।

8. नमक के पानी से गरारे और नाक की सफाई: नमक में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो नाक की अंदरूनी सतह को स्वस्थ रखते हैं। 1 गिलास गुनगुने पानी में 1/4 चम्मच नमक मिलाएं। गरारे करें और नाक में हल्के से डालकर फूंकें। उपयोग का तरीका- इसके लिए नेति पॉट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

9. लाइफस्टाइल में बदलाव: नमी बनाए रखें, पानी ज्यादा पिएं, नाक में बार-बार हाथ न लगाएं और संतुलित आहार लें।

ठंड में नाक से खून आने का कारण और इलाज के अलावा भी कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी हैं, जो आपको मदद कर सकती हैं।

ठंड में नाक से खून आने के लिए कौन सी दवा लें - Thand mein naak se khoon aane ke liye kaun si dawa le?

ठंड में नाक से खून आने के लिए कोई खास दवा नहीं है, लेकिन घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं।

नाक से खून आना हार्ट की बीमारी है क्या - Naak se khoon aana heart ki bimari hai kya?

आमतौर पर यह दिल की बीमारी का सीधा संकेत नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में, नाक से खून आना दिल की बिमारियों से जुड़ा हो सकता है।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको ठंड में नाक से खून आने का घरेलू उपचार बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी दोस्त/रिश्तेदार को ठंड में नाक से खून आता है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेद के साथ।

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