डायबिटीज़ को बढ़ने से कैसे रोकें? – Diabetes Ko Badhne Se Kaise Roke?

जल्द ही पहचानें डायबिटीज़ की बीमारी – Jald hi pahchaane diabetes ki bimari

किसी भी बीमारी के इलाज या उसे कंट्रोल करने का पहला चरण है उस बीमारी के बारे में जानकार, जल्द से जल्द पहचान करना। डायबिटीज़ की बीमारी को मधुमेह या शुगर की समस्या भी कहा जाता है। यह बीमारी तब होती है जब खून में शुगर यानी (ग्लूकोज़) का लेवल बढ़ जाता है। अगर समय रहते इसे ठीक नहीं किया गया तो दिल की बीमारियाँ, नसों को नुकसान, किडनी और स्किन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए, इस बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए कि डायबिटीज़ को बढ़ने से कैसे रोकें? आप चाहे तो कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार करवा सकते हैं, लेकिन पहले डायबिटीज़ के ख़ास कारण और लक्षण जान लें।

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डायबिटीज़ कैसे होती है और किन कारणों से बढ़ती है? – Diabetes kaise hoti hai aur kin kaarano se badhti hai?

जब शरीर सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता या इंसुलिन ठीक से प्रोसेस नहीं हो पाता तो ग्लूकोज़ यानी शुगर कोशिकाओं तक ठीक से नहीं पहुँच पाती और वह खून में ही जमा होने लगती है। जिससे मधुमेह यानी डायबिटीज़ होती है।

आम तौर पर इस समस्या को बढ़ाने वाले कारण इस प्रकार हैं –

  • ज़्यादा मीठा, तला हुआ और जंक फूड आदि खाना।
  • एक्सर्साइज़ न करना या फिज़िकल ऐक्टिविटी की कमी।
  • मोटापे की समस्या।
  • जनेटिक कारण; जब पहले से परिवार में किसी को मधुमेह हो।
  • उम्र का बढ़ना।
  • स्ट्रेस लेना या नींद कम लेना।
  • होर्मोन का बैलेन्स बिगड़ना; ख़ासकर महिलाओं में PCOS की समस्या होने पर।

डायबिटीज़ के ख़ास लक्षण – Diabetes ke khaas lakshan

  • बार-बार पेशाब आना
  • ज़्यादा प्यास लगना या मुंह सूख जाना
  • भूख ज़्यादा लगना
  • थकान लगना
  • वजन कम होना
  • घाव धीरे-धीरे भरना
  • नज़र में धुंधलापन
  • स्किन या मसूड़ों में इन्फेक्शन
  • हाथ-पैरों में झुनझुनी होना

डायबिटीज़ को बढ़ने से कैसे रोकें? – Diabetes ko badhne se kaise roke?

नीचे दिए गए ईन प्राकृतिक, घरेलू और आयुर्वेदिक तरीकों से मधुमेह का उपचार किया जा सकता है और इसे बढ़ने से रोका जा सकता है –

  • 1. रोज़ एक्सर्साइज़ करें
    यह शुगर कम करने का सबसे असरदार तरीका है। रोज़ 30 से 45 मिनट एक्सर्साइज़ करें। तेज़ चलना, योग, सूर्य नमस्कार, प्राणायाम (अनुलोम-विलोम, कपालभाति), साइकिलिंग या तैराकी आदि से बॉडी इंसुलिन को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करती है और शुगर कंट्रोल होती है।
  • 2. वजन कंट्रोल करें
    पेट की चर्बी बढ़ना यानी मोटापा डायबिटीज़ बढ़ने का बड़ा कारण है। 5 से 7 % भी अगर वजन कम होता है तो शुगर लेवल काफी कम हो जाता है।
  • 3. सही और संतुलित डाइट लें
    साबुत अनाज जैसे जौ, बाजरा, गेहूं का आटा, ओट्स खाएँ। साथ ही हरी सब्जियाँ, सलाद, कम GI वाले फल जैसे सेब, नाशपाती, अमरूद और बेरीज़ आदि खाएँ। इसके अलावा दालें, लो-फैट दूध और लिमिट में मेवे भी ले सकते हैं। लेकिन, चीनी, मिठाइयाँ, सफेद चावल, मैदा, तला-भुना खाना, फास्ट फूड, स्वीट ड्रिंक्स, पैक्ड जूस और शराब-सिगरेट आदि से दूर रहें।
  • 4. तनाव न लें, नींद पूरी लें
    स्ट्रेस से शरीर कोर्टिसोल होर्मोन बनाता है, जो शुगर बढ़ाता है। इसलिए, मेडिटेशन, गहरी साँस, हल्का म्यूज़िक आदि ऐक्टिविटी करके खुद को शांत रखें। इसके अलावा रोज़ कम से कम 7–8 घंटे की पूरी नींद लें। इससे हार्मोन बैलेन्स होते हैं।
  • 5. पानी सही मात्रा में पिएँ
    थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहने से, मेटाबोलिज्म ठीक रहता है जिससे शुगर तेज़ी से नहीं बढ़ती।
  • 6. रेगुलर चेक करें
    हर 15 से 20 दिन में शुगर चेक करते रहते हैं तो समस्या समय रहते पकड़ी जा सकती है और बीमारी को घरेलू उपचारों से भी पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
  • 7. मधुमेह के घरेलू उपाय
    सुबह खाली पेट मेथी दाना पानी लें। करेले का जूस पियें या दालचीनी पानी से मेटाबोलिज्म बढ़ाएँ। भिंडी पानी लेने से शुगर धीमी गति से बढ़ती है क्योंकि इसमें फाइबर होता है। इसके अलावा जामुन की गुठली का पाउडर लें जो पैन्क्रियाज को सपोर्ट करता है।
  • 8. मधुमेह के आयुर्वेदिक उपाय
    कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ जैसे ‘गुड़मार’ शुगर अवशोषण कम करती है, ‘नीम’ खून साफ करता है, ‘करेला’ नेचुरल इंसुलिन है, ‘आंवला’ अग्नि मजबूत करता है और तुलसी एंटीऑक्सीडेंट देती है। लेकिन, इनका इस्तेमाल किसी अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें।
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FAQs

डायबिटीज़ मरीज सुबह क्या लें? – Diabetes mareej subah kya lein?

ब्रिस्क वॉक, गुनगुना पानी, मेथी दाना पानी या भिंडी पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

डायबिटीज़ में वजन कैसे घटाएँ? – Diabetes mein wajan kaise ghatayein?

कम कार्बोहाइड्रेट डाइट, प्रोटीन-रिच भोजन, कैलोरी डेफिसिट और रोज 30 मिनट वॉक से वजन आसानी से घटता है।

डायबिटीज़ रोगियों को कितनी बार शुगर चेक करनी चाहिए? – Diabetes rogiyo ko kitni baar sugar check karni chahiye?

हर 15-20 दिन में फास्टिंग/PP शुगर और हर 3 महीने में HbA1c करवाना चाहिए।

डायबिटीज़ में फल खा सकते हैं क्या? – Diabetes mein phal kha sakte hain kya?

हाँ। लिमिट में लो GI फल जैसे सेब, अमरूद, नाशपाती, बेरीज़ खाए जा सकते हैं।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि, “डायबिटीज़ को बढ़ने से कैसे रोकें?” लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को डायबिटीज़ की समस्या है तो जल्द से जल्द लक्षण पहचानें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से डायबिटीज़ की बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार लें। यहाँ आपको उपचार के साथ-साथ डायबिटीज़ कंट्रोल करने वाली डाइट की जानकारी और कंसल्टेंसी भी मिलेगी। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

 
 

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