पथरी तोड़ने की दवा - Pathri Todne ki Dawa

तेज दर्द, पेशाब में जलन, उल्टी और बार-बार पेशाब आने जैसे लक्षण पथरी की समस्या के हो सकते हैं। सही समय पर इलाज न हो तो ये पथरी बड़ी होकर गंभीर परेशानी का कारण बन सकती है। इसलिए पथरी तोड़ने की दवा के बारे में सभी जानना चाहते हैं जिसकी बात हम आज इस ब्लॉग में करेंगे लेकिन पहले ये जान लेते हैं कि पथरी बनने का कारण क्या है और क्या इसके सारे लक्षण हैं।

पथरी बनने का कारण, पथरी कैसे बनती है - Pathri banane ka Karan, pathri kaise banti hai?

जब किडनी में मौजूद खनिज और लवण पेशाब के साथ पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाते, तो ये धीरे-धीरे जमने लगते हैं और पत्थर का आकार ले लेते हैं। इसे ही हम पथरी (Kidney Stone) कहते हैं।

पथरी के लक्षण - Pathri ke Lakshan

पथरी होने पर आम तौर पर ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं -

  • कमर या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द
  • पेशाब करते समय जलन
  • बार-बार पेशाब आना
  • पेशाब में खून या बदबू
  • जी मिचलाना और उल्टी
  • बुखार और ठंड लगना (Infection होने पर)
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पथरी तोड़ने की दवा - Pathri Todne ki Dawa

इस बीमारी के लिए उपयोगी एलोपेथिक और आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी इस प्रकार है -

पथरी तोड़ने की आयुर्वेदिक दवा (Pathri Todne ki Ayurvedic Dawa):

अश्मरीहर रस - यह आयुर्वेदिक दवा पथरी को गलाने में मदद करती है और बार-बार बनने से भी रोकती है।

सिस्टोन Tablets - यह हर्बल दवा किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाती है और मूत्रमार्ग को साफ करने में मदद करती है।

वरुणादि क्वाथ - आयुर्वेद में वरुण को पथरी तोड़ने वाली शक्तिशाली जड़ी-बूटी माना गया है।

गिलोय सत और गोक्षुरादि गुग्गुल - ये दोनों औषधियां किडनी की सफाई में सहायक हैं और मूत्र से जुड़ी समस्याओं को कम करती हैं।

ऊपर बताई गयी ईन दवाओं से पथरी का आयुर्वेदिक उपचार किया जा सकता है। लेकिन बिना किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के इन्हें नहीं लेना चाहिए।

पथरी तोड़ने की एलोपेथिक दवा (Pathri Todne ki Allopathic Dawa):

पोटैशियम साइट्रेट (Potassium Citrate): यह दवा पेशाब को अधिक क्षारीय बनाती है जिससे पथरी घुलने लगती है। खासतौर पर यूरिक एसिड और सिस्टीन स्टोन के लिए कारगर होती है।

टैम्सुलोसिन (Tamsulosin): यह दवा पेशाब की नली को चौड़ा करने में मदद करती है जिससे छोटी पथरी आसानी से बाहर निकल जाती है।

डाय्यूरिटिक्स (Diuretics): ये दवाएं पेशाब की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे पथरी पेशाब के साथ निकलने में मदद मिलती है।

पेन किलर और ऐंटीबायोटिक: दर्द और सूजन को कम करने के लिए पेन किलर दिए जाते हैं। अगर infection है तो एंटीबायोटिक की जरूरत होती है। लेकिन ध्यान दें किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।

पथरी निकालने की दवा के अलावा कुछ घरेलु नुस्खों से भी पथरी का ईलाज किया जा सकता है जो नीचे दिए गए हैं।

पथरी निकालने के घरेलू नुस्खे - Pathri nikalne ke Gharelu Nuskhe

1. नींबू और जैतून तेल: 2 चम्मच नींबू का रस के साथ 2 चम्मच ऑलिव ऑयल मिलाकर दिन में दो बार लें। यह मिश्रण पथरी को तोड़ने और बाहर निकालने में मदद करता है।

2. नारियल पानी: रोजाना एक या दो ग्लास नारियल पानी पीने से किडनी साफ रहती है और पथरी बनने की संभावना कम होती है।

3. गोखरू का काढ़ा: गोखरू एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो पेशाब की रुकावट को दूर करती है और पथरी के टुकड़ों को बाहर निकालने में मदद करती है।

4. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar): एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर दिन में एक बार पिएं। इससे यूरिक एसिड का स्तर कम होता है और पथरी घुलने लगती है।

पथरी से बचाव के उपाय - Pathri se Bachav ke Upay

ईन टिप्स को फॉलो करके पथरी की समस्या से बचा जा सकता है -

  • दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
  • ऑक्सलेट युक्त चीजें जैसे पालक, चॉकलेट, चाय आदि सीमित मात्रा में लें।
  • नमक और प्रोटीन का सेवन सिमित मात्रा में करें।
  • रेगुलर एक्सरसाइज करें और वजन नियंत्रित रखें।
  • अगर पहले कभी पथरी हुई है, तो हर 6 महीने में किडनी की जांच करवाएं।
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पथरी के लक्षण, कारण और इलाज के अलावा इस समस्या के बारे में कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी हैं जो रोगी को फायदा पहुंचा सकती हैं।

पथरी का सर्जिकल इलाज कब जरूरी होता है - Pathri ka surgical Ilaj kab zaruri hota hai?

अगर पथरी 7 मिलीमीटर से बड़ी है या दर्द बहुत तेज है, तब केवल दवाइयों से काम नहीं चलता। ऐसे में सर्जिकल विकल्प अपनाए जाते हैं।

किडनी स्टोन में क्या खाना चाहिए - Kidney Stone mein kya khana chahiye?

किडनी स्टोन के मरीजों को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए और खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू, और अंगूर खाना चाहिए। इसके अलावा, कैल्शियम वाली चीज़ें जैसे दूध, पनीर, और दही को भी अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

पथरी निकलने में कितने दिन लगते हैं दवा से - Pathri nikalne mein kitne din lagte hain dawa se?

यह पथरी के आकार, टाइप और व्यक्ति के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। छोटे पथरी (4mm से कम) आमतौर पर कुछ हफ्तों में अपने आप निकल जाते हैं, जबकि बड़े पथरी को निकलने में कई सप्ताह या यहां तक कि महीनों भी लग सकते हैं।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको पथरी तोड़ने की दवा के बारे में बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को पथरी की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

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