आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में खान-पान की आदतें इतनी बिगड़ चुकी हैं कि लोग बिना जाने-समझे ऐसी चीज़ें खा रहे हैं जो शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुँचा रही हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है फैटी लिवर (Fatty Liver) जिससे लिवर के काम पर बहुत बुरा असर पड़ता है। लेकिन, फैटी लिवर को सही खान-पान और जीवनशैली से रोका और ठीक भी किया जा सकता है।
इसलिए, “फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए?” एक आम सवाल बन चुका है जिसका जवाब नीचे दिए गया है लेकिन, पहले इस बीमारी के बारे में दूसरी आम जानकारी लेनी चाहिए।
फैटी लिवर की स्थिति तब बनती है जब लिवर की कोशिकाओं में चर्बी जमा होने लगती है। यह दो प्रकार का होता है:
वैसे शुरूआती स्तर पर फैटी लिवर के लक्षण साफ़ नहीं दिखते लेकिन, समय रहते ध्यान न देने पर यह स्थिति सिरोसिस या लिवर फेलियर का रूप ले सकती है।
इस बिमारी में आम तौर पर ईन चीज़ों को डाइट में शामिल करना चाहिए –
हाँ, अगर फैटी लिवर शुरुआती अवस्था में है और आपने समय पर सही डाइट व लाइफस्टाइल अपना ली, तो यह पूरी तरह से रिवर्स हो सकता है। लेकिन अगर यह सिरोसिस या लिवर फाइब्रोसिस में बदल चुका है, तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
हाँ, लेकिन सावधानी के साथ। फैटी लिवर में ऐसे फल खाने चाहिए जिनमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च फाइबर हो, जैसे: सेब, अमरूद, पपीता, बेरीज़, संतरा।
फैटी लिवर के लिए कुछ घरेलू उपचारों में जीवनशैली में बदलाव, आहार में सुधार, और कुछ हर्बल सप्लीमेंट्स शामिल हैं।
फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या में, शरीर को हाइड्रेट रखने और लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पानी, ग्रीन टी, नींबू पानी, और चुकंदर का रस पिएं।
फैटी लिवर की जांच के लिए, डॉक्टर आमतौर पर ब्लड टेस्ट और इमेजिंग परीक्षणों का उपयोग करते हैं।
अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को फैटी लिवर की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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