सी.जी.एच.एस. आयुर्वेदिक अस्पताल – CGHS Ayurvedic Aspataal
क्या होता है सी.जी.एच.एस. आयुर्वेदिक अस्पताल – Kya hota hai CGHS ayurvedic aspataal?
केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके आश्रितों को मुफ़्त या बहुत ही कम लागत में उपचार देने वाली एक स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसे केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना यानी सी.जी.एच.एस. कहते हैं। इसी स्कीम में तहत कई आयुर्वेदिक अस्पताल भी इस पैनल में शामिल किये गए हैं जिन्हें सी.जी.एच.एस. आयुर्वेदिक अस्पताल कहा जाता है।
सी.जी.एच.एस. आयुर्वेदिक अस्पताल में उपचार के फायदे – CGHS ayurvedic aspataal mein upchaar ke fayde
- कैशलेस फेसिलिटी: ईन अस्पतालों में अडवांस पेमेंट के बिना इलाज मिलता है और बिल का पेमेंट सीधे सी.जी.एच.एस. द्वारा किया जाता है।
- सस्ता उपचार: कार्ड धारकों को फिक्स्ड रेट पर ही इलाज मिलता है, जिससे पैसों की बचत होती है।
- क्वालिटी और देखभाल: सरकारी मान्यता मिलने की वजह से सेवाओं का क्वालिटी चेक होता रहता है, जिससे मरीज आत्मविश्वास से इलाज करा सकते हैं।
- उपचार के ढेरों विकल्प: ट्रेडिशनल आयुर्वेदिक उपचारों के साथ-साथ पंचकर्म, क्षार सूत्र, अभ्यंगम और शिरोधारा जैसी ख़ास थेरेपी और पद्धतियों का भी फायदा मिलता है।
- हर तरह की बीमारियाँ शामिल: गठिया, पीठ दर्द, सायटिका और घुटने के दर्द से राहत मिल सकती है। पाचन संबंधी समस्याएं जैसे अपच, एसिडिटी और सूजन का इलाज मिलता है। इसके अलावा हाई बी पी, डायबिटीज़, मेमोरी लोस, नींद की समस्या आदि गंभीर बीमारियों का इलाज भी उपलब्ध होता है।
- सुलभ: पैनल में शामिल अस्पतालों में इलाज कराना आसान होता है और यात्रा का समय बचता है।
कौन बनवा सकता है सी.जी.एच.एस. कार्ड – Kaun banwa sakta hai CGHS card?
नीचे दिए गए ईन लोगों को सी.जी.एच.एस. कार्ड के योग्य माना जाता है –
- केंद्रीय सरकार के वर्तमान कर्मचारी: ख़ासकर जो भारत सरकार के किसी मंत्रालय, विभाग या कार्यालय में स्थायी या अस्थायी रूप से काम कर रहे हैं। जैसे – मंत्रालय, आयकर विभाग, रेलवे बोर्ड, पोस्टल सर्विस आदि के कर्मचारी।
- केंद्रीय सरकारी पेंशनर्स: सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने और अपने परिवार के लिए CGHS कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए पेंशन बुक/पेंशन पेमेंट ऑर्डर देना होता है।
- स्वतंत्र भारत के पूर्व सांसद: दोनों सदन के पूर्व सांसद और उनके परिवार वाले इस योजना के पात्र होते हैं। इन्हें लाइफटाइम CGHS कार्ड दिया जाता है।
- सुप्रीम कोर्ट के जज: सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान और सेवानिवृत्त न्यायाधीश और उनके परिवार वाले CGHS कार्ड के योग्य होते हैं।
- दिल्ली हाई कोर्ट के जज: दिल्ली में रहने वाले न्यायाधीशों और उनके परिवार वालों के लिए CGHS सुविधा लागू है।
- संविधानिक पद वाले लोग: राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री आदि को यह सुविधा मिलती है।
- स्वायत्त निकाय के कर्मचारी: कुछ स्वायत्त संस्थान जैसे निर्वाचन आयोग, UPSC आदि अपने कर्मचारियों को CGHS के अंदर शामिल करते हैं। लेकिन, यह विभाग की मंजूरी पर डिपेंड करता है।
- भारतीय संसद सचिवालय के कर्मचारी: लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के कर्मचारी इस योजना के अंदर आते हैं।
- स्वतंत्रता सेनानी: केंद्र सरकार के मान्यता प्राप्त स्वतंत्रता सेनानियों को भी CGHS कार्ड मिल सकता है।
- परिवार के सदस्य: परिवार में मुख्य कार्डधारक पर निर्भर लोग भी इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। जैसे – जीवनसाथी (पति/पत्नी), आश्रित माता-पिता, विधवा/विधुर माता-पिता (अगर आश्रित हों) आदि।
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FAQs
CGHS पैनल्ड आयुर्वेदिक अस्पताल कैसे खोजें – CGHS panelled ayurvedic aspataal kaise khojein?
आप CGHS की आधिकारिक वेबसाइट (https://cghs.nic.in) पर जाकर अपने शहर के पैनल्ड आयुर्वेदिक अस्पतालों की लिस्ट देख सकते हैं।
क्या CGHS कार्डधारक को कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती है – Kya CGHS card-dhaarak ko cashless ilaaj ki suvidha milti hai?
हाँ, अगर अस्पताल CGHS के पैनल में है तो लाभार्थी कैशलेस उपचार का फायदा उठा सकते हैं।
CGHS आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज के लिए कौन से दस्तावेज जरूरी हैं – CGHS ayurvedic aspataal mein ilaj ke liye kaun se dastavej zaroori hain?
मरीज को CGHS कार्ड, पहचान पत्र, रेफरल लेटर (अगर ज़रूरत हो), और परिवार का विवरण देना होता है।
क्या CGHS आयुर्वेदिक अस्पताल में भर्ती (IPD) की सुविधा है – Kya CGHS ayurvedic aspataal mein bharti (IPD) ki suvidha hai?
हाँ, कुछ पैनल्ड अस्पतालों में भर्ती सुविधा (इनडोर ट्रीटमेंट) भी उपलब्ध होती है, ख़ासकर पंचकर्म या लंबे इलाज के लिए।
CGHS आयुर्वेदिक अस्पताल में OPD का समय क्या होता है – CGHS ayurvedic aspataal mein OPD ka samay kya hota hai?
आमतौर पर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक OPD चलती है, लेकिन यह अस्पताल के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है।
CGHS में NABH मान्यता का क्या महत्व है – CGHS mein NABH maanyata ka kya mahatva hai?
NABH मान्यता से अस्पताल की चिकित्सा क्वालिटी और स्वच्छता मानक तय होते हैं; CGHS में ऐसे अस्पतालों को प्राथमिकता दी जाती है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको सी.जी.एच.एस. आयुर्वेदिक अस्पताल के बारे में जानकारी दी। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके कोई साथी/रिश्तेदार सी.जी.एच.एस. कार्ड धारक हैं तो इलाज से जुड़ी जानकारी के लिए सी.जी.एच.एस. पैनल में शामिल अस्पतालों में सपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल से जानकारी लेकर भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।