इस बीमारी को गठिया भी कहा जाता है जिसमें रोगी को चलने-फिरने में बहुत दिक्कत होती है क्योंकि जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न हो जाती है। अगर समय रहते बीमारी की पहचान कर ली जाए तो इलाज में आसानी होती है और जल्द उपचार किया जा सकता है। लेकिन, अर्थराइटिस में अक्सर लोग आम लक्षण जैसे हाथ-पैर में सूजन को नज़रअंदाज करते हैं, जिससे आगे चलकर जोड़ों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, ‘हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह अर्थराइटिस की निशानी है?’ के बारे में जानकार तुरंत इलाज करवाना चाहिए। आप चाहे तो कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में अर्थराइटिस का आयुर्वेदिक उपचार करवा सकते हैं। लेकिन, पहले अर्थराइटिस के बारे में आम जानकारी लें जो नीचे दी गई है।
अर्थराइटिस के लक्षण नीचे दिए हैं जिसमें ‘हाथ-पैरों में सूजन’ भी शामिल है –
1. जोड़ों में इंफ्लेमेशन
रुमेटीइड गठिया में बॉडी की इम्यूनिटी जोड़ों पर हमला करती है, जिससे सूजन हो सकती है।
2. यूरिक एसिड बढ़ना
गठिया बाय (गाउट) में यूरिक एसिड बढ़कर जोड़ में क्रिस्टल जम जाते हैं जिससे तेज़ दर्द और सूजन होती है।
3. ऑस्टियोआर्थराइटिस
जोड़ों के घिसने से हल्की सूजन और अकड़न आ सकती है।
नीचे दिए गए लक्षण दिखाई दें तो सूजन की वजह अर्थराइटिस हो सकती है वरना सूजन के पीछे कोई और कारण भी हो सकता है –
आयुर्वेद के हिसाब से हाथ-पैर की सूजन, वात-कफ दोष और अम पित्त की वजह से हो सकती है। अगर सूजन के साथ दर्द, जकड़न और गर्माहट के लक्षण भी दिखाई दें तो यह गठिया के एक रूप ‘वातरक्त’ की समस्या हो सकती है। लेकिन, अगर सूजन ठंडी, मुलायम और बिना दर्द वाली है तो यह किडनी या कफ से जुड़ी समस्या हो सकती है।
सुबह की सूजन जोड़ो में इंफ्लेमेशन या रुमेटीइड गठिया की निशानी हो सकती है।
हाँ, रुमेटीइड गठिया में उंगलियों के जोड़ों पर सबसे पहले असर होता है।
जब सूजन के साथ बुखार, लालिमा, तेज़ दर्द या सांस फूलना शुरू हो जाए।
हाँ, अगर दर्द के साथ लालिमा हो तो यूरिक एसिड की जांच ज़रूरी है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि ‘हाथ-पैरों में सूजन – क्या यह Arthritis की निशानी है?’ लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार के हाथ-पैरों में सूजन है और साथ ही अर्थराइटिस के दूसरे लक्षण भी दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अर्थराइटिस का आयुर्वेदिक उपचार लें। यहाँ आपको उपचार के साथ-साथ अर्थराइटिस के लिए सही डाइट चार्ट और कंसल्टेंसी भी मिलेगी। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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