PCOD में पीरियड्स कितने दिन लेट हो सकते हैं? – PCOD Mein Periods Kitne Din Late Ho Sakte Hain?
महिलाओं में पीरियड्स लेट होने की समस्या – Mahilaon mein periods late hone ki samasya
समय पर पीरियड्स आना एक स्वस्थ महिला की निशानी है। अगर पीरियड्स लेट आ रहे हैं और रेगुलर नहीं हैं तो इसका मतलब PCOD की समस्या हो सकती है जो हॉर्मोन में होने वाले बदलाव की वजह से होती है। अगर समय रहते इसका उपचार नहीं किया जाए तो यह बीमारी प्रेग्नेंसी में भी दिक्कत दे सकती है। इलाज के लिए बीमारी की समय पर पहचान ज़रूरी है और पीरियड्स लेट होना PCOD का एक ख़ास लक्षण है। इसलिए, PCOD में पीरियड्स कितने दिन लेट हो सकते हैं? – ये जानकार बीमारी को पहचानें और तुरंत इलाज शुरू करवाएँ। आप चाहें तो PCOD का आयुर्वेदिक इलाज, कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल से ले सकते हैं लेकिन, पहले नीचे दी गई जानकारियाँ लेकर बीमारी को ठीक से समझ लें।
PCOD को जल्द कैसे पहचानें? – PCOD ko jald kaise pahchaane?
- पीरियड्स रेगुलर न रहना, देरी से आना, या पीरियड्स बंद हो जाना।
- पीरियड्स के दौरान बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग होना।
- बॉडी पर अनचाहे बाल उगना; ख़ासकर चेहरे, छाती, पीठ और पेट पर।
- पिम्पल्स आना, स्किन ऑइली हो जाना।
- गर्दन, बगल और कमर के आसपास स्किन डार्क हो जाना।
- पेट के आसपास फैट जमा होने से वजन बढ़ जाना।
- सिर के बाल पतले होना और झड़ने लगना।
- स्ट्रेस, डिप्रेशन।
- प्रेग्नेंसी में दिक्कत होना।
PCOD में पीरियड्स कितने दिन लेट हो सकते हैं? – PCOD mein periods kitne din late ho sakte hain?
आम तौर पर 15 से 45 दिन तक पीरियड्स लेट हो सकते हैं। PCOD में ओव्यूलेशन (अंडा बनना) रेगुलर नहीं होता, इसलिए पीरियड्स भी समय पर नहीं आते। ऐसे में कुछ मामलों में 40 से 60 दिन तक भी लेट हो सकते हैं। कभी-कभी 2-3 महीने (60-90 दिन) तक भी पीरियड्स मिस हो सकते हैं और बहुत ज़्यादा गंभीर PCOD में पीरियड्स कई महीनों तक नहीं आते, जिसे एमेनोरिया कहते हैं।
किन कारणों से PCOD में पीरियड्स लेट होते हैं? – Kin kaarano se PCOD mein periods late hote hain?
- 1. हार्मोन का बैलेन्स बिगड़ जाना: PCOD में एंड्रोजन हार्मोन बढ़ जाते हैं और प्रोजेस्टेरोन कम हो जाते हैं। साथ ही अंडोत्सर्ग को ट्रिगर करने वाला LH हार्मोन और अंडाशय में फॉलिकल्स बनाने वाले FSH हार्मोन का बैलेन्स भी बिगड़ जाता है। इससे ओव्यूलेशन रुक जाता है।
- 2. इंसुलिन रेसिस्टेंस: बॉडी इंसुलिन को ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाती, जिससे वजन बढ़ता है और हार्मोन का बैलेन्स बिगड़ता है।
- 3. अंडाशय में कई छोटे सिस्ट: सिस्ट की वजह से एग रिलीज़ नहीं होता और चक्र लंबा हो जाता है।
- 4. स्ट्रेस और लाइफस्टाइल: तनाव, कम नींद, जंक फूड, मोटापा आदि से हार्मोन और भी ज़्यादा असंतुलित हो जाते हैं।
PCOD में पीरियड्स लेट होने पर क्या करें? – PCOD mein periods late hone par kya karein?
- डाइट में फल, सब्जियां, फाइबर और प्रोटीन वाली चीज़ें शामिल करें।
- प्रोसेस्ड फूड, मिठाई और मैदा आदि से बचें।
- रोज़ एक्सर्साइज़ करें; हफ्ते में कम से कम 150 मिनट।
- वजन कम करें; 5-10% वजन कम होने से भी हार्मोन के लेवल में काफी सुधार आता है।
- नींद अच्छी लें; रोज़ रात में 7 से 9 घंटे अच्छे से सोएँ।
- स्ट्रेस कम लें; योग, ध्यान आदि से खुद को शांत रखें।
- रेगुलर चेक-अप करवाएँ और डॉक्टर से मिलते रहें।
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FAQs
PCOD में पीरियड लेट होने पर कौन-सी जाँच करानी चाहिए? – PCOD mein period late hone par kaun-si jaanch karaani chahiye?
डॉक्टर से सलाह लेकर टीएसएच, प्रोलैक्टिन, एलएच/एफएसएच रेशियो, अल्ट्रासाउंड पेल्विस और ब्लड शुगर टेस्ट कराना चाहिए।
PCOD और PCOS में पीरियड लेट होने में क्या फर्क है? – PCOD aur PCOS mein period late hone mein kya farq hai?
दोनों में पीरियड लेट हो सकता है, लेकिन PCOS में लक्षण ज़्यादा गंभीर और लंबे समय तक रहते हैं।
क्या PCOD में हर्बल या आयुर्वेदिक उपचार से पीरियड नियमित हो सकते हैं? – Kya PCOD mein harbel ya ayurvedic upchaar se period niymit ho sakte hain?
हाँ, शतावरी, अशोका, त्रिफला आदि दवाइयाँ हार्मोन सुधारने में मदद कर सकती हैं लेकिन, इन्हें किसी अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें।
क्या PCOD में बहुत कम ब्लीडिंग या स्पॉटिंग भी हो सकती है? – Kya PCOD mein bahut kam bleeding ya spotting bhi ho sakti hai?
हाँ, ओव्यूलेशन रेगुलर न होने की वजह से हल्की ब्लीडिंग या सिर्फ स्पॉटिंग (बिना पीरियड के हल्की ब्लीडिंग) भी हो सकती है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि PCOD में पीरियड्स कितने दिन लेट हो सकते हैं? लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को PCOD में पीरियड्स लेट होने की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से PCOD की बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार लें। यहाँ आपको उपचार के साथ-साथ PCOD में ली जाने वाली सही डाइट की जानकारी और कंसल्टेंसी भी मिलेगी। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।