PCOS की वजह से मूड स्विंग्स क्यों होते हैं? – PCOS Ki Wajah Se Mood Swings Kyon Hote Hain?

महिलाओं में मूड स्विंग्स होना एक नॉर्मल समस्या नहीं – Mahilao mein mood swings hona ek normal samasya nahi

अक्सर महिलाएँ मूड स्विंग्स होने को आम समस्या समझकर नज़रअंदाज़ कर देती हैं लेकिन, इसका असली कारण PCOS की बीमारी भी हो सकता है। PCOS से मूड स्विंग्स होने पर काम, रिलेशनशिप, हेल्थ आदि पर बहुत बूरा असर पड़ सकता है। इसलिए, इस बात की पूरी जानकारी लेनी चाहिए कि PCOS की वजह से मूड स्विंग्स क्यों होते हैं? आप चाहें तो PCOS में मूड स्विंग्स की समस्या का प्राकृतिक उपचार कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल से ले सकते हैं लेकिन, पहले नीचे दी गई जानकारी लेकर बीमारी को ठीक से समझ लें।

क्यों होती है PCOS की बीमारी? – Kyon hoti hai PCOS ki bimari

इसका सबसे ख़ास कारण है हॉर्मोन में बदलाव; ख़ासकर जब पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन बढ़ जाए। लेकिन, इस स्तिथि के पीछे और भी दूसरे कारण हो सकते हैं जो नीचे दिए गए हैं –

  • बढ़ा हुआ इंसुलिन जो अंडाशय को ज़्यादा एण्ड्रोजन बनाने के लिए ट्रिगर करता है।
  • जनेटिक कारण; अगर घर में माँ, बहन या परिवार में किसी और महिला को PCOS है।
  • वजन ज़्यादा होने पर इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ सकता है जिससे हॉर्मोन का बैलेन्स बिगड़ सकता है।
  • गलत लाइफस्टाइल; जंक फूड खाना, ठीक से नींद न लेना, फिज़िकल ऐक्टिविटी में कमी।

PCOS की वजह से मूड स्विंग्स क्यों होते हैं? – PCOS ki wajah se mood swings kyon hote hain?

नीचे दिए गए ईन कारणों से PCOS में मूड स्विंग्स होते हैं –

  • एंजाइटी और स्ट्रेस: इस बीमारी में महिलाएँ अक्सर वजन बढ़ने, चेहरे पर बाल आने, पिंपल्स, बॉडी में बदलाव के कारण स्ट्रेस महसूस करती हैं जो मूड़ में बदलाव लाता है।
  • लंबे वक़्त तक सूजन: PCOS में शरीर में लॉ ग्रैड सूजन बनी रहती है। सूजन ब्रेन के मूड कंट्रोल करने वाली जगहों पर असर करती है, जिससे एंजाइटी और मूड़ चेंज होता रहता हैं।
  • पीरियड्स का रेगुलर न रहना: PCOS में पीरियड्स रेगुलर नहीं आते, साथ ही हार्मोन की कमी या देरी से भी प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण बढ़ जाते हैं। ऐसे में ईमोशनल स्टेबिलिटी बिगड़ जाती है और छोटी-छोटी चीज़ों पर भी मूड़ बदल जाता है।
  • हार्मोन का बैलेन्स बिगड़ना: PCOS में मेल हार्मोन एंड्रोजन बढ़ जाते हैं और प्रोजेस्टेरोन कम हो जाता है। इनकी गड़बड़ी से दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर का बैलेन्स बिगड़ता है, जिससे चिड़चिड़ापन, उदासी, अचानक गुस्सा और बेचैनी होती है।
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस: जब बॉडी इंसुलिन को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाती तो ब्लड शुगर अस्थिर होने लगता है। इस तरह शुगर हाई-लॉ होने पर सीधे मूड पर असर पड़ सकता है। इससे चिड़चिड़ापन, तेज़ गुस्सा, भावनाओं पर कंट्रोल कम होना आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
  • थकान और नींद की कमी: थकान, एनर्जी लॉ होना, नींद की कमी आदि PCOS के ख़ास लक्षण हैं जो मूड स्विंग्स ट्रिगर कर सकते हैं।
  • सेरोटोनिन का लेवल बदलना: सेरोटोनिन को हैप्पी हार्मोन कहा जाता है। हॉर्मोन का बैलेन्स बिगड़ने से सेरोटोनिन का लेवल गिर जाता है, जिससे उदासी और डिप्रेशन जैसा महसूस हो सकता है जो मूड़ में बदलाव कर सकता है।

FAQs

PCOS मूड स्विंग्स को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है? – PCOS mood swings ko kaise niyantrit kiya jaa sakta hai?

डाइट सुधारें, स्ट्रेस कम करें, नींद अच्छी लें और रेगुलर एक्सर्साइज़ करें।

क्या डाइट खराब होने से PCOS मूड स्विंग्स बढ़ते हैं? – Kya diet kharaab hone se PCOS mood swings badhte hain?

हाँ, मीठा खाना और प्रासेस्ड डाइट ब्लड शुगर का लेवल बदलकर मूड़ को खराब करते हैं।

क्या योग और मेडीटेशन PCOS मूड स्विंग्स को कम करते हैं? – Kya yog aur meditation PCOS mood swings ko kam karte hain?

हाँ, ये कॉर्टिसोल (स्ट्रेस) हॉर्मोन को कम करते हैं और ईमोशनल बैलेन्स बढ़ाते हैं।

क्या वजन बढ़ना भी मूड स्विंग्स का कारण है? – Kya wajan badhna bhi mood swings ka kaaran hai?

हाँ, यह PCOS के लक्षणों को और भी ज़्यादा खराब करता है, साथ ही महिलाओं में अपने खराब लुक को लेकर चिंता बढ़ जाती है।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया कि PCOS की वजह से मूड स्विंग्स क्यों होते हैं? लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को PCOS की समस्या है या लंबे समय तक मूड स्विंग्स के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से PCOS का असरदार आयुर्वेदिक उपचार लें। यहाँ आपको प्राकृतिक इलाज के साथ-साथ PCOS के लिए हेल्दी डाइट चार्ट और ज़रूरी परामर्श भी दिया जाएगा। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

Web Stories

Location:

Second Floor, 77, Block C, Tarun Enclave, Pitampura, New Delhi, Delhi, 110034