महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का घरेलू इलाज

महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का घरेलू इलाज – Mahilao Ke Maasik Dharm Sambandhi Samasyaon Ka Gharelu Ilaj

क्या होती हैं महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं – Kya hoti hain mahilaon ke maasik dharm se judi samasyaein?

महिलाओं को मासिक धर्म से जुड़ी बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं जैसे पीरियड्स रेगुलर ना होना, बहुत ज़्यादा दर्द होना, ज़्यादा ब्लीडिंग, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) और इन्फेक्शन आदि। ऐसे में हर बार अंग्रेज़ी दवाइयाँ लेना शरीर की नेचुरल इम्यूनिटी को नुकसान पहुँचा सकता है और दवाई पर निर्भरता बढ़ जाती है। इसलिए, महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का घरेलू इलाज बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन, पहले ये जानना होगा कि ईन समस्याओं के पीछे क्या कारण हैं?

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महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं के कारण – Mahilaon ke maasik dharm se judi samasyaon ke kaaran

  • हार्मोन का बैलेन्स बिगड़ना: एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का बैलेन्स बिगड़ना पीरियड्स अनियमित होने का कारण बन सकता है।
  • स्ट्रेस: लंबे समय तक स्ट्रेस मासिक धर्म के साइकल को रोक सकता है।
  • वजन में बदलाव: बहुत कम या बहुत ज़्यादा वजन हार्मोन के लेवल और ओव्यूलेशन पर असर डाल सकता है, जिससे मासिक धर्म अनियमित होता है।
  • कुछ बीमारियाँ/कन्डिशन: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), एंडोमेट्रियोसिस और गर्भाशय फाइब्रॉएड जैसी बीमारियाँ।
  • दवाएं: पैनकीलर, डिप्रेशन और खून पतला करने वाली दवाइयाँ।
  • लाइफस्टाइल: खराब डाइट और एक्सरसाइज़ की कमी भी हार्मोन का बैलेन्स बढ़ा सकती है।
  • दूसरे कारण: प्रेग्नन्सी, यौवन के शुरुआती साल और रजोनिवृत्ति के आसपास के सालों में पीरियड्स नेचुरली अनियमित हो सकते हैं।

महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का घरेलू इलाज – Mahilao ke maasik dharm sambandhi samasyaon ka gharelu ilaj

  • गुड़ और सौंफ: एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच सौंफ उबालें और उसमें थोड़ा गुड़ मिलाकर पीएँ। इससे पेट दर्द कम होता है और ब्लड फ्लो नॉर्मल होता है। साथ ही यह हार्मोन का बैलेन्स बनाए रखता है और पीरियड्स नियमित करता है।
  • अजवाइन और नमक का काढ़ा: 1 कप पानी में 1 चम्मच अजवाइन और चुटकीभर नमक डालकर उबालें। फिर इसे गुनगुना होने पर पी लें। यह गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देता है और दर्द को तुरंत कम करता है।
  • अदरक-गुड़ की चाय: 1 कप पानी में थोड़ा अदरक डालकर उबालें, फिर थोड़ा गुड़ मिलाएँ। रोज़ाना एक बार इसका सेवन करें। यह ब्लड फ्लो बढ़ाती है, साथ ही इससे सूजन और ऐंठन में आराम मिलता है।
  • नींबू पानी और आयरन वाला खाना: पीरियड्स के दौरान शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। ऐसे में नींबू पानी, चुकंदर, अनार, हरी सब्जियाँ और दालें आदि खाने से थकान और कमजोरी से राहत मिलती है।
  • गर्म सेंक: पेट या कमर पर गर्म पानी की बोतल रखें। यह दर्द और ऐंठन को कम करता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और मांसपेशियों को रिलैक्स करके दर्द में तुरंत आराम देता है।
  • तिल का तेल और गर्म दूध: एक गिलास गर्म दूध में 1 चम्मच तिल का तेल मिलाकर पीएँ। यह हार्मोन का बैलेंस सुधारता है और पीरियड्स को रेगुलर बनाता है।
  • एलोवेरा जूस: रोज सुबह खाली पेट आधा कप एलोवेरा जूस पीएँ। यह हार्मोन को बैलेन्स करता है और पीरियड्स रेगुलर करता है।
  • मेथी पानी: रातभर मेथी के दाने पानी में भिगो दें और सुबह उसका पानी पी लें। इससे सूजन और दर्द में आराम मिलता है और हार्मोन को बैलेन्स करने में मदद मिलती है।
  • हल्दी दूध: इसे पीने से गर्भाशय की सफाई होती है और इन्फेक्शन से बचा जा सकता है। यह नेचुरल एंटीसेप्टिक है और ब्लड फ्लो को सही करता है।
  • दालचीनी: दूध या चाय में थोड़ा दालचीनी पाउडर मिलाएँ। यह पीरियड दर्द और अनियमितता दोनों में असरदार है।
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FAQs

अगर पीरियड्स कम आते हैं तो क्या करें – Agar periods kam aate hain toh kya karein?

तिल और गुड़ का सेवन करें, साथ ही रोज़ाना गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीएँ। यह ब्लड फ्लो बढ़ाने और पीरियड्स को रेगुलर करने में मदद करता है।

अनियमित पीरियड्स के लिए कौन-सा योगासन करें – Aniyamit periods ke liye kaun-sa yogasan karein?

भुजंगासन, बालासन, सेतुबंधासन और पवनमुक्तासन जैसे योगासन हार्मोन को बैलेन्स करते हैं और पीरियड्स को रेगुलर करते हैं।

पीरियड्स के समय थकान और कमजोरी से कैसे बचें – Periods ke samay thakaan aur kamzori se kaise bachein?

नींबू पानी, चुकंदर का रस, हरी सब्जियाँ और सूखे मेवे खाएँ। इनमें आयरन और विटामिन भरपूर होते हैं जो थकान दूर करते हैं।

पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स या चिड़चिड़ापन कैसे कम करें – Periods ke dauran mood swings yaa chidchidapan kaise kam karein?

रोज़ हल्दी दूध, ग्रीन टी और योग-प्राणायाम करें। इससे मानसिक शांति मिलती है और हार्मोन का बैलेन्स बना रहता है।

आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको महिलाओं के मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का घरेलू इलाज बताया। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को मासिक धर्म संबंधी समस्या है तो तुरंत किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।

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