हार्ट अटैक से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय – Heart Attack Se Bachaav Ke Ayurvedic Upaay
दिल हमारी बॉडी का बहुत ज़रूरी अंग है, जो लगातार खून पंप करके पूरे शरीर को एनर्जी और पोषण देता है। जब खून की नलियों में रुकावट यानी ब्लॉकेज, हाई बी पी, ज़्यादा कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रेस या असंतुलित लाइफस्टाइल के कारण दिल को सही मात्रा में खून नहीं मिल पाता तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है जो इंसान की जान तक ले सकता है।
इससे बचने के लिए ली जाने वाली अंग्रेज़ी दवाइयों के अक्सर साइड इफेक्ट ज़्यादा होते हैं। इसलिए, हार्ट अटैक से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय ज़्यादा इस्तेमाल किये जाते हैं। लेकिन, पहले हार्ट अटैक के कारण जान लेने चाहिए।
हार्ट अटैक के कारण – Heart Attack Ke Kaaran
- ज़्यादा तेल-मसाले वाला खाना और जंक फूड
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- मोटापा और एक्सरसाइज़ की कमी
- स्ट्रेस, चिंता और नींद की कमी
- हाई बी पी और डायबिटीज़
- डाइजेशन बिगड़ना और गंदगी का जमाव
- वात, पित्त और कफ का बैलन्स बिगड़ने से खून की नलियों में “आम” यानी गंदगी का जमाव।
हार्ट अटैक से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय – Heart attack se bachaav ke ayurvedic upaay
नीचे दी गई ईन आयुर्वेदिक दवाओं और पंचकर्म थेरेपी से हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।
- अर्जुन की छाल – यह धमनियों को मजबूत करती है और ब्लॉकेज रोकने में मदद करती है।
- गुग्गुल – इससे कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद मिलती है।
- लहसुन – यह खून को पतला करता है और ब्लॉकेज बनने से रोकता है।
- त्रिफला – इससे डाइजेशन ठीक रहता है और गंदगी बाहर निकलती है।
- आंवला – यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है जो दिल को हेल्दी रखता है।
- गिलोय – इससे इम्युनिटी बढ़ती है और खून साफ होता है।
- विरेचन (दस्त द्वारा शोधन) – इस प्रोसेस से पित्त और गंदगी को बाहर निकाला जा सकता है।
- बस्ती (औषधीय एनीमा) – यह वात दोष को बैलन्स करने की थेरेपी है।
- रक्तमोक्षण – इस थेरेपी से खून और धमनियों की सफाई की जा सकती है।
- अभ्यंग (तेल मालिश) और स्वेदन (भाप स्नान) – ईन दोनों से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
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FAQs
हार्ट अटैक के लिए कौन-सी जड़ी-बूटियाँ फायदेमंद हैं – Heart attack ke liye kaun-si jadi-bootiyan faydemand hain?
अर्जुन की छाल, गुग्गुल, आंवला, गिलोय और तुलसी दिल के रोगों में असरदार मानी जाती हैं।
हार्ट अटैक से बचने के लिए खान-पान कैसा होना चाहिए – Heart attack se bachne ke liye khaan-paan kaisa hona chahiye?
ताज़ा फल, हरी सब्जियाँ, दलिया, आंवला, अनार और गुनगुना पानी लेना चाहिए। साथ ही तेल-मसाले वाली चीज़ों का परहेज़ करना चाहिए।
हार्ट रोगियों के लिए कौन-सा घरेलू नुस्खा सबसे असरदार है – Heart rogiyon ke liye kaun-sa gharelu nuskha sabse asardar hai?
सुबह खाली पेट अर्जुन की छाल का काढ़ा या शहद-नींबू वाला गुनगुना पानी पीना बहुत फायदेमंद है।
हार्ट पेशेंट को कौन-से आयुर्वेदिक तेल से लाभ मिलता है – Heart patient ko kaun-se ayurvedic tel se laabh milta hai?
नारायण तेल और तिल के तेल की मालिश हार्ट पेशेंट को बहुत फायदा पहुंचाती है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको हार्ट अटैक से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय बताए। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को हार्ट अटैक की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।