एक या एक से ज़्यादा जीवित जीवों से उत्पन्न हुए जहरीले पदार्थ को टॉक्सिन्स कहते हैं। आम तौर पर ये बॉडी को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। ये पदार्थ बैक्टीरिया, पौधों और जानवरों से हमारी बॉडी में आ सकते हैं और इन्हें मेटाबोलिज़्म का बाय-प्रोडक्ट भी कह सकते हैं। आम भाषा में हम इन्हें शरीर में जमी गंदगी कह सकते हैं जिसे समय-समय पर बाहर निकालना चाहिए। शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके अपनाकर शरीर को साफ रखा जा सकता है लेकिन पहले टॉक्सिन्स के बारे में आम जानकारी लेनी चाहिए जो नीचे दी गई है।
हाँ, पसीना शरीर का नेचुरल डिटॉक्स मैकेनिज्म है जो ज़हरीले तत्त्वों को बाहर निकालता है।
हाँ, आयुर्वेद में छोटा उपवास या फ्रूट डाइट को शरीर की सफाई का नेचुरल तरीका माना गया है।
हाँ, जब शरीर साफ होता है तो खून साफ होता है और स्किन पर नेचुरल चमक आती है।
हाँ, मेंटल स्ट्रेस से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है जो शरीर की डिटॉक्स प्रोसेस को धीमा कर देता है।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको शरीर से टॉक्सिन्स निकालने के आयुर्वेदिक तरीके बताए। लेकिन, आप सिर्फ़ इस जानकारी या सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आप या आपके कोई साथी/रिश्तेदार शरीर से टॉक्सिन्स निकालना चाहते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या आप चाहें तो हमारे ‘कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल’ में भी पूछताछ कर, आयुर्वेदिक तरीकों से टॉक्सिन्स हटाकर बॉडी को डिटॉक्स करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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