पेशाब का रंग, मात्रा और गंध हमारे शरीर की सेहत के बारे में कई बातें बताता है। कभी-कभी लोग शिकायत करते हैं कि उनके पेशाब से बहुत तीखी या अजीब बदबू आ रही है। यह समस्या कम समय के लिए भी हो सकती है और किसी गंभीर रोग का संकेत भी। इसलिए पेशाब में बदबू का इलाज जान लेना चाहिए लेकिन इससे पहले पेशाब में बदबू के कारण समझने होंगे जो नीचे दिए गए हैं।
पेशाब में बदबू आना कई वजहों से हो सकता है। जिनमें से ख़ास हैं -
डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) - जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो पेशाब गाढ़ा और पीले रंग का हो जाता है। इससे उसमें तेज अमोनिया जैसी बदबू आ सकती है।
खानपान - लहसुन, प्याज, मछली, मूली, विटामिन बी-6 सप्लीमेंट - इनके सेवन से पेशाब में अलग सी गंध आ सकती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) - UTI एक आम कारण है जिसमें पेशाब में बदबू के साथ जलन और बार-बार पेशाब आने की शिकायत होती है।
डायबिटीज - डायबिटीज में शरीर से एक्स्ट्रा शुगर पेशाब के रास्ते बाहर निकलती है, जिससे उसमें मीठी या फल जैसी गंध आ सकती है।
लीवर या किडनी रोग - जब किडनी या लीवर ठीक से काम नहीं करते तो शरीर से ज़हरीले तत्व सही तरीके से बाहर नहीं निकलते, जिससे पेशाब की गंध बदल सकती है।
अगर समस्या सामान्य है और कोई गंभीर लक्षण नहीं है, तो पेशाब में बदबू का उपचार कई तरीकों से किया जा सकता है जो नीचे दिए गए हैं।
ईन उपायों से पेशाब में बदबू का घरेलु उपचार किया जा सकता है -
पानी की मात्रा बढ़ाएं - हर दिन कम से कम 8–10 गिलास पानी पीएं।
नारियल पानी पिएं - नारियल पानी शरीर को डिटॉक्स करता है और पेशाब की गंध को नैचुरली कम करता है।
अजवाइन और गुड़ का सेवन करें - यह पाचन सुधारने और शरीर से गैस व ज़हरीले तत्वों को निकालने में मदद करता है।
सौंफ का पानी - रात को एक चम्मच सौंफ पानी में भिगोकर रखें और सुबह पानी छानकर पी लें। यह किडनी को साफ करने में सहायक है।
आंवला और शहद - रोज सुबह एक चम्मच आंवला रस में आधा चम्मच शहद मिलाकर पीने से किडनी मजबूत होती है और पेशाब की गंध में सुधार आता है।
ईन दवाओं से पेशाब में बदबू का आयुर्वेदिक उपचार किया जा सकता है -
गोक्षुरादि गुग्गुलु - यह आयुर्वेदिक दवा यूरिनरी समस्याओं के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है।
चंद्रप्रभा वटी - पेशाब से जुड़ी जलन, बदबू और बार-बार पेशाब आने की समस्या में फायदेमंद।
वरुणादी क्वाथ - किडनी और मूत्र मार्ग की सफाई के लिए एक असरदार हर्बल उपाय।
लेकिन ध्यान दें कोई भी आयुर्वेदिक दवा लेने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
पेशाब में बदबू के कारण और इलाज के अलावा इस समस्या से जुड़े कुछ ज़रूरी सवाल और जानकारियाँ नीचे दी गयी हैं जो रोगी को बहुत फायदा पहुँचा सकती हैं।
UTI में केवल बदबू ही नहीं बल्कि जलन, बार-बार पेशाब आना, कभी-कभी खून आना जैसे लक्षण भी होते हैं। यदि ये लक्षण मौजूद हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर समस्या खानपान या हल्के इन्फेक्शन की वजह से है, तो आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और जीवनशैली में सुधार से स्थायी राहत संभव है। लेकिन पुरानी या कॉम्प्लेक्स स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
हां, डायबिटीज के रोगियों के पेशाब में अक्सर मीठी या फल जैसी गंध आती है, खासकर जब ब्लड शुगर अनियंत्रित होता है। यदि पेशाब की गंध ऐसी हो और अन्य डायबिटिक लक्षण हों, तो तुरंत जांच कराएं।
आज के इस ब्लॉग में हमनें आपको पेशाब में बदबू का इलाज बताया। लेकिन आप सिर्फ़ ईन सुझावों पर निर्भर ना रहें। अगर आपको या आपके किसी साथी/रिश्तेदार को पेशाब में बदबू की समस्या है तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें कर्मा आयुर्वेदा के साथ।
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